महान मुक्केबाज मोहम्मद अली का शनिवार को अमेरिका के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे। मोहम्मद अली के निधन की खबर में दुनियाभर के बॉक्सिंग प्रेमी शोक के सागर में डूब गए।
परिवार के प्रवक्ता बॉब गुनेल ने बताया कि पार्किनसन की बीमारी से 32 वर्षों तक जूझने के बाद मोहम्मद अली का 74 साल के उम्र में निधन हो गया। अली का हैवीवेट मुक्केबाजी में तीन दशक का शानदार करियर रहा। उन्हें इस सप्ताह सांस की बीमारी के कारण एरिजोना में फीनिक्स के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अली तीन बार विश्व चैंपियन रहे। पहली बार उन्होंने 1964 में फिर 1974 में और फिर 1978 में विश्व चैंपियनशिप का ख़िताब जीता था।
अली को रिंग में विरोधियों को चित करने के अलावा नस्लभेद के खिलाफ सशक्त रूप से आवाज बुलंद करने की वजह से भी 20वीं सदी की महान शख्सियतों में शुमार किया जाता है।
अप्रैल में उन्होंने फीनिक्स में सेलेब्रिटी फाइट नाइट डिनर में हिस्सा लिया था और पार्किंसन की बीमारी के इलाज के लिए धन इकट्ठा करने में मदद की थी। दिसंबर में उन्होंने एक बयान जारी करके अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीद्वार डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के बयान की निंदा की थी।
स्टार भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने मोहम्मद अली के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे मोहम्मद अली के जीवन से प्रभावित थे।