मुंबई। ओलम्पिक पदक विजेता महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम, महिला पहलवान साक्षी मलिक, लंबी दूरी की धाविका ललिता बाबर और बैडमिंटन स्टार श्रीकांत किदांबी विश्व की सबसे बड़ी टायर और रबर कंपनी की सहायक कंपनी ब्रिजस्टोन इंडिया की विश्वव्यापी ओलंपिक साझेदारी के तहत टीम ब्रिजस्टोन के नए सदस्य बन गए हैं।
इस प्रकार यह समूह ब्रिजस्टोन इंडिया की पहली ब्रांड एम्बेसेडर पीवी सिंधू के साथ 50 से अधिक एथलीटों वाली 'टीम ब्रिजस्टोन' सूची में शामिल हो गया है। ब्रिजस्टोन इंडिया प्रा. लिमि. के प्रबंध निदेशक पराग सातपुते ने मंगलवार को एक समारोह में यह घोषणा की।
उन्होंने कहा, ब्रिजस्टोन के लिए ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की टीम के साथ हाथ मिलाना अत्यंत गर्व की बात है जो अपने क्षेत्र में दृढ़ता, कड़ी मेहनत और अखंडता के साथ उत्कृष्टता प्राप्त कर चुके हैं। ये एथलीट अब 'टीम ब्रिजस्टोन' का हिस्सा होंगे, जिसकी सिंधू अगस्त 2017 से सदस्य हैं।
मैरीकॉम मुक्केबाजी में पांच बार विश्व चैंपियन रह चुकी है और लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उन्हें खेलों में योगदान के लिए पद्म भूषण (2013), राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2009), पद्मश्री (2006) और अर्जुन पुरस्कार (2003) से सम्मानित किया गया है।
राजसाक्षी मलिक रियो ओलंपिक खेल 2016 में पदक (कांस्य) जीतने वाली देश की पहली महिला पहलवान हैं। ललिता बाबर 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में मौजूदा भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं। सुपर प्रीमियर पुरुष खिताब (2014) जीतने वाले श्रीकांत वर्तमान में विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है। श्रीकांत ने राष्ट्रमंडल खेलों में दो पदक जीतकर अपना पेशेवर कैरियर शुरू किया।
श्रीकांत को 2018 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। ब्रिजस्टोन के साथ हुई भागीदारी मैरीकॉम ने कहा, मैं ऐसी टीम का हिस्सा बनकर अत्यंत सम्मानित महसूस कर रही हूं, जिसमें न केवल असाधारण खिलाड़ी हैं, बल्कि चुनौतियों से के साथ दृढ़ता से निपटने के लिए बहुत उत्साही व्यक्ति हैं।
ललिता बाबर ने कहा, ब्रिजस्टोन के साथ मैं अपनी इस यात्रा के माध्यम से देश के युवाओं को बताना चाहती हूं कि अवसर कहीं भी मिल सकते हैं, यदि आप समर्पित हों और सफलता के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हों। ब्रिजस्टोन इंडिया की पहली ब्रांड एंबेसडर सिंधू ने इस अवसर पर कहा, टीम ब्रिजस्टोन के साथ जुड़ने वाले नए खिलाड़ी राष्ट्र के लिए अपने ओलंपिक अभियान को सार्थक बनाने की प्रतिबद्धता के प्रति विस्तार के रुप में हैं। मुझे यह देखकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि विभिन्न खेल और हमारे देश के विभिन्न हिस्सों से शानदार एथलीट इस मंच पर आगे आए हैं, और अपने सफर के बारे में बात कर रहे हैं।
देश में ओलंपिक खेलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर प्रकाश डालते साक्षी ने कहा, भारत में ओलंपिक खेल परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। जितने अधिक लोग इस मंच से परिचित होकर इसे समझते हैं उतने ही सकारात्मक रूप से वे इसका स्वागत करते हैं।
साक्षी ने कहा, देश में किसी भी खेलों में रुचि रखने वाले के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि मंच पर उपलब्ध विशाल अवसरों से वे अवगत नहीं होते हैं, जिसके कारण उनके बहुत सारे सपने अधूरे रह जाते हैं। ऐसे परिदृश्य में इन सपनों का समर्थन करने के लिए ब्रिजस्टोन के आने से उनका महत्व और बढ़ जाता है।
बैडमिंटन स्टॉर श्रीकांत ने कहा, मुझे अपने कैरियर के दौरान हमेशा ही परिवार, मित्रों, कोच और मेरे प्रिय देशवासियों का समर्थन रहा है और मैं यह दृढ़ विश्वास से कह सकता हूं कि समर्थन बेहद शक्तिशाली है। यह जुनून को प्रेरणा और विश्वास प्रदान करता है तथा अपने सपनों का पीछा करने के लिए साहस देता है। खेलों के उद्देश्य में विश्वास करने और उनकी भावना को समर्थन करने के कारण मैं ब्रिजस्टोन को धन्यवाद देना चाहता हूं।
ओलंपिक खेलों में सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय खेल मंच है और ब्रिजस्टोन ने 2014 में अपने विश्वव्यापी ओलंपिक भागीदारी की घोषणा की थी। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के लिए उनकी यह दीर्घकालिक प्रतिबद्धता 2024 तक जारी रहेगी। (वार्ता)