मनदीप की हैट्रिक से भारत ने जापान को 4-3 से हराया
इपोह। युवा स्ट्राइकर मनदीप सिंह की जबरदस्त हैट्रिक की बदौलत भारत ने 26वें सुल्तान अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट के महत्वपूर्ण मुकाबले में बुधवार को जापान को रोमांचक संघर्ष में 4-3 से पराजित कर दिया।
कप्तान तथा गोलकीपर पी आर श्रीजेश के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में लगी चोट के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो जाने और पिछले मैच में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद भारत ने पटरी पर लौटने के लिए कड़ा संघर्ष करते हुए जबरदस्त जीत हासिल की।
भारत की जीत के हीरो रहे मनदीप जिन्होंने भारत को दो बार बराबरी दिलाई और फिर मैच विजयी गोल दागा। मनदीप ने 45वें मिनट के गोल से भारत को 2-2 की बराबरी दिलाई और फिर 51वें मिनट में भारत के लिए स्कोर 3-3 से बराबर किया। उन्होंने 58वें मिनट में टीम के लिए मैच विजयी गोल दागा। मनदीप के तीनों गोल मैदानी रहे।
गत उपविजेता भारत की चार मैचों में यह दूसरी जीत है और उसके सात अंक हो गए हैं। भारत ने ब्रिटेन से 2-2 का ड्रा खेलने के बाद न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया लेकिन उसे विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से 1-3 से हार झेलनी पड़ी। भारत को फाइनल की होड़ में बने रहने के लिए यह मैच जीतना जरूरी था और मनदीप के कमाल से भारत ने जीत हासिल कर ली।
मनदीप ने इस तरह टूर्नामेंट में अपने पांच गोल पूरे कर लिए। भारत का एक अन्य गोल छठे मिनट में ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह ने किया। भारत ने मैच में बढ़त बनाने की शुरूआत की लेकिन उसके बाद जापान ने दो बार बढ़त बनाई। छठे मिनट में रूपिंदर पाल ने पेनल्टी कार्नर पर भारत का पहला गोल दागा। जापान ने 10वें मिनट में काजूमा मुराता के गोल से बराबरी हासिल कर ली। पहले दो क्वार्टर तक स्कोर 1-1 से बराबर रहा।
जापान ने तीसरे क्वार्टर में 43वें मिनट में बढ़त बना ली जब हेइता योशिहारा ने मैदानी गोल से जापान को आगे कर दिया। मनदीप ने 45वें मिनट में भारत को बराबरी दिलाई लेकिन जापान ने इसी मिनट में जवाबी हमला किया और गैंकी मितानी ने जापान को 3-2 से आगे कर दिया। मनदीप ने 51वें और 58वें मिनट में मैदानी गोल दागते हुए भारत को 4-3 से जीत दिला दी।
कप्तान एवं स्टार गोलकीपर श्रीजेश के चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो जाने से भारतीय खिलाडियों के सामने जीत बहुत जरूरी थी और उन्होंने बेंच पर बैठे अपने कप्तान को निराश किया। रूपिंदर ने पहले ही पेनल्टी कार्नर का पूरा फायदा उठाया।
दोनों टीमों के बीच पूरे मैच के दौरान जबरदस्त संघर्ष रहा और बढ़त बनाने की होड़ चलती रही। भारत ने शुरूआती बढ़त बनाई तो जापान ने पहले और तीसरे क्वार्टर में गोल कर बढ़त अपने नाम की। जापान ने श्रीजेश की जगह खेल रहे गोलकीपर आकाश चिक्ते की भूल का पूरा फायदा उठाया। तीसरे क्वार्टर तक जापान 3-2 से आगे हो चुका था।
ऐसे समय भारत को करिश्माई प्रदर्शन की जरूरत थी और मनदीप हीरो की तरह उभरकर सामने आए। मनदीप ने 51वें मिनट में डी के अंदर गेंद संभाली और भारत के लिए बराबरी का गोल दाग दिया। भारत को इसके बाद पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन रूपिंदर इसका फायदा नहीं उठा सके।
भारत ने उसके तीन मिनट बाद पेनल्टी कार्नर के लिए रेफरल मांगा लेकिन उसका रेफरल बेकार गया। मैच अंतिम क्षणों में प्रवेश कर चुका था और मनदीप ने 58वें मिनट में मैच विजयी गोल दाग दिया और साथ ही अपनी हैट्रिक भी पूरी कर ली। मैच समाप्त होने के बाद सभी भारतीय खिलाड़ियों और कोच रौंलेंट ओल्टमैंस ने मनदीप की पीठ थपथपाते हुए उन्हें इस प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
भारत का अगला मुकाबला पांच मई को मेजबान मलेशिया से होगा और फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को वह मैच बड़े अंतर से जीतना होगा। (वार्ता)