रेलवे के पहलवान पहाड़ों पर करेंगे अभ्यास
प्रशिक्षक कृपाशंकर बिश्नोई (अर्जुन अवॉर्डी)
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अपने 60 चुने हुए पहलवानों का प्रशिक्षण शिविर 1938 मीटर की ऊंचाई पर स्थापित करने जा रहा है, जो 1 से 30 जून तक चलेगा। रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) की सचिव श्रीमती रेखा यादव ने प्रशिक्षण शिविर की मंजूरी करते हुए बताया की प्रशिक्षण के लिए उत्तराखंड राज्य के नैनीताल शहर की कुमाऊँ पहाड़ियों का चयन किया है।
1938 मीटर की ऊंचाई पर पहलवान करेंगे जोर : उन्होंने कहा नैनीताल हिमालय की कुमाऊँ पहाड़ियों की तलहटी में स्थित है। समुद्र तल से नैनीताल की कुल ऊंचाई लगभग 1938 मीटर है, उस स्थान पर प्रशिक्षण करने से हमारे पहलवानों को लाभ मिलेगा। पहलवानों को प्रशिक्षण देने के लिए हमने चार अनुभवी कुश्ती प्रशिक्षको को इसकी जिम्मेदारी दी है, जिसमें रविन्द्र कुमार मिश्रा (डीएलडब्ल्यू), संदीप कुमार (उत्तर मध्य रेलवे), शोकिंदर तोमर (उत्तर रेलवे), कृपाशंकर (पश्चिम रेलवे) लिस्ट में शामिल है।
नैनीताल में लगेगा शिविर : रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) के खेल अधिकारी संजय ओहलान कुमार ने कहा की हाई एलटीटियुड प्रशिक्षण के लिए नैनीताल सही जगह है। हाई एलटीटियुड प्रशिक्षण से रेलवे अपने पहलवानों में ऑक्सीडेटिव एंजाइम की क्षमता में वृद्धि करना चाहता है साथ ही संवर्धित मांसपेशी ऊर्जा की दक्षता को बढ़ाना हमारा मकसद है। इससे सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप 2017 में रेलवे के पहलवानों का प्रदर्शन बेहतर होगा।
ऊंचाई पर अभ्यास करने से मिलेगा फायदा : भारतीय रेलवे के कोच शोकेंदर तोमर (अर्जुन अवार्डी) के अनुसार 1800 से 2300 मीटर की ऊंचाई पर अभ्यास करने से टीम को अच्छा फायदा मिलेगा। तोमर ने कहा ऐसे प्रशिक्षण से खिलाड़ियों की एन्डोरेंस क्षमता में वृद्धि होगी। पहाड़ी क्षेत्रों में, ऑक्सीजन कम होता है इसलिए व्यायाम के बाद थकान और बेहतर रिकवरी के लिए अधिक समय लगता है, जो बाद में समुद्र तल पर आपके खेल को बेहतर प्रदर्शन की ओर ले जाता है।
प्रशिक्षण कम से कम 30 दिन का तो होना ही चाहिए : भारतीय रेलवे टीम के एक और प्रशिक्षक कृपाशंकर बिश्नोई (अर्जुन अवार्डी) कहते है की हाई एलटीटियुड प्रशिक्षण कम से कम 30 दिन का तो होना ही चाहिए। इसके बाद, खिलाड़ियों से अपेक्षा की जा सकती है कि वे निचले क्षेत्रों में बेहतर परिणाम प्राप्त करें। हाई एलटीटियुड प्रशिक्षण से पहलवानों में ईपीओ, लाल रक्त कोशिका की मात्रा और VO2 मैक्स में बढ़ोतरी होगी, और उनके कुश्ती अभ्यास व एनारोबिक बफरिंग क्षमता में सुधार होगा।
राष्ट्रीय कुश्ती में रेलवे का वर्चस्व : रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) की सचिव श्रीमती रेखा यादव ने बताया की भारतीय रेलवे कई वर्षो से राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीत रही है। पिछले वर्ष भी हमारे पहलवानों ने तीनो शैलियों में चैम्पियनशिप जीती थी। भारतीय रेलवे के पहलवानों पर हमें गर्व है। साइंटिफिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत पहलवानों को तैयार किया जा रहा है, ताकि इन्दौर में आयोजित इसी वर्ष सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में भारतीय रेलवे एक बार फिर चैम्पियन बने।