जयपुर। हरियाणा स्टीलर्स ने पटना पायरेट्स को सोमवार को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में प्रो कबड्डी सीजन के मैच नंबर 104 में 39-34 से शिकस्त दे दी। हरियाणा के लिए इस जीत के हीरो एक बार फिर विकास कंडोला (13 रेड प्वाइंट्स) रहे, जिन्होंने सीजन का 8वां सुपर-10 हासिल किया।
प्रो कबड्डी इतिहास में हरियाणा स्टीलर्स की पटना पायरेट्स पर ये 5 मैचों में तीसरी जीत है और इस सीज़न में लगातार दूसरी। इस जीत के बाद अंक तालिका में 17 मैचों में 59 अंकों के साथ हरियाणा तीसरे नंबर पर बरकरार हैं जबकि इस हार के बाद पटना को 1 अंक जरूर मिले, जिससे वह 39 अंकों के साथ 9वें स्थान पर चले गए हैं।
कंडोला विकास का अच्छा साथ निभाया प्रशांत कुमार राय ने जिन्हें 8 रेड प्वाइंट्स मिले। पटना पायरेट्स की ओर से एक बार फिर प्रदीप नरवाल (17 रेड प्वाइंट्स) ने लगातार 8वां सुपर-10 लगाते हुए भरपूर कोशिश की लेकिन प्रदीप को डिफ़ेंस का कोई साथ नहीं मिला। पटना की ओर से 20 से ज़्यादा असफल टैकल हुए और यही पटना की हार का कारण बना।
पहले हाफ की शुरुआत पटना और हरियाणा दोनों ही टीमों ने सूझ बूझ और संभल कर खेल रही थी। पटना की बागडोर एक बार फिर नरवाल के कंधों पर थी और वह प्वाइंट्स ला रहे थे। लेकिन हरियाणा का डिफेंस भी रंग में था, नतीजा ये हुआ कि पटना को ऑलआउट करते हुए हरियाणा ने मैच पटना से दूर ले जाने की कोशिश की।
हालांकि, पटना ने भी शानदार वापसी करते हुए ऑलआउट का फायदा हरियाणा को नहीं लेने दिया, इसका श्रेय एक बार फिर जाता है नरवाल को जिन्होंने पहले हाफट में 6 रेड प्वाइंट्स लिया और इसमें 4 बोनस प्वाइंट्स थे।
इस सीजन प्रदीप ने अपना 25 बोनस प्वाइंट्स भी छू लिया है। हरियाणा की ओर से विकास कंडोला और प्रशांत राय ने मिलकर हाफ़ टाइम तक 9 रेड प्वाइंट्स हासिल किया था। हाफ टाइम तक स्कोर 17-15 था, यानी हरियाणा को दो अंकों की बढ़त हासिल थी। दूसरे हाफ की शुरुआत हरियाणा ने धमाकेदार अंदाज में की और तुरंत ही प्रदीप का शिकार करते हुए पटना को गहरा आघात पहुंचा दिया था।
जब तक प्रदीप मैट से बाहर थे तब तक हरियाणा उड़न कंडोला पर सवार एक के बाद एक प्वाइंट्स लेते हुए पटना को दूसरी बार ऑलआउट कर दिया था। हरियाणा अब 27-21 से आगे था, और विकास कंडोला ने सीजन का 8वां सुपर-10 पूरा कर लिया था।
लेकिन पटना अब ऑलइन हो चुकी थी और आते ही प्रदीप ने इस सीजन की एक और सुपर रेड लगाते हुए 4 शिकार एक साथ बनाया और इस सीज़न का लगातार 8वां सुपर-10 पूरा किया और अपने करियर का 56वां सुपर-10 था।
अब पटना एक बार फिर वापस आ गई थी और स्कोर 28-26 हो गया था। लेकिन दूसरी तरफ़ से पटना का डिफ़ेंस बेहद निराशाजनक प्रदर्शन करता आ रहा था, एक तरफ़ लगातार प्वाइंट्स ला रहे थे और दूसरी तरफ पटना के डिफ़ेंडर उसे बर्बाद करते जा रहे थे।
नतीजा ये हुआ कि अब 6 मिनट का समय बचा था और पटना फिर 26-33 से पीछे हो गई थी। यहां से हरियाणा कोई गलती नहीं की और पटना के डिफेंस ने गलतियां पर गलतियां करते हुए प्रदीप की मेहनत बेकार कर दी और जैसे ही व्हिसल बजी, हरियाणा ने पटना को 5 अंकों से मात दे दी थी।