रीड ने आते ही खिलाड़ियों में एक इकाई, एक टीम और टीम पहले का मंत्र फूंका
बेंगलुरु। भारतीय हॉकी टीम के नवनियुक्त कोच ग्राहम रीड यहां राष्ट्रीय टीम के शिविर से जुड़ गए हैं और उन्होंने पदभार संभालने के तुरंत बाद ही खिलाड़ियों को एक इकाई, एक टीम और सबसे पहले टीम का पाठ भी पढ़ा दिया।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी रीड भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बेंगलुरु परिसर में टीम से जुड़े। वे 20 अप्रैल को यहां पहुंचे और तुरंत ही उन्होंने अपना काम भी शुरू कर दिया। वे खिलाड़ियों से मिले और उन्होंने उन्हें अपनी अपेक्षाओं से अवगत कराया।
रीड ने कहा कि यहां का टर्फ विश्वस्तरीय है। मैंने यहां पहुंचने पर खिलाड़ियों से बात की और उन्हें एक इकाई, एक टीम और हमेशा टीम को पहले रखने की अपनी अपेक्षाओं के बारे में बताया। हमने भरोसे और संवाद के महत्व पर भी बात की और यह सुनिश्चित किया कि यह दोनों तरफ से होगा।
रीड को हाल में भारतीय पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया, जो पिछले साल विश्व कप में भारतीय टीम के लचर प्रदर्शन के बाद हरेंद्र सिंह को बर्खास्त किए जाने से खाली पड़ा हुआ था।
उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और इसलिए वे भविष्य को लेकर आशान्वित हैं। मुझे बहुत खुशी है कि शनिवार को मुझे जूनियर कोर ग्रुप के 33 खिलाड़ियों का खेल भी देखने का मौका मिला। राष्ट्रीय ट्रॉयल्स का हिस्सा होने के नाते मुझे यह अहसास हुआ कि यहां प्रतिभा की कमी नहीं है और इससे मैं भविष्य को लेकर आश्वस्त हूं। (भाषा)