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Last Modified: नई दिल्ली , शुक्रवार, 23 दिसंबर 2016 (18:40 IST)

'दिल्ली सुल्तांस' की आइकन और कप्तान बनीं साक्षी

'दिल्ली सुल्तांस' की आइकन और कप्तान बनीं साक्षी - Delhi Sultans, Sakshi Malik
नई दिल्ली। प्रो रेसलिंग लीग की दिल्ली टीम को सलमान खान की मशहूर फिल्म 'सुल्तान' की तर्ज पर 'दिल्ली सुल्तांस' का नाम दिया गया है और रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक को इस टीम का कप्तान एवं आइकन बनाया गया है।
दिल्ली की टीम को शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पेश किया गया, जहां साक्षी मलिक ने टीम के नाम और लोगो को लांच किया। साक्षी मलिक के साथ इस अवसर पर उनके मंगेतर सत्यव्रत कादियान, बजरंग, प्रवीण राणा कोच कुलदीप सिंह, सहायक कोच सुजीत मान और प्रवेश राणा तथा टीम के मालिक अनुराग बत्रा और लीग के प्रमोटर कार्तिकेय शर्मा मौजूद थे।
 
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर भी इस अवसर पर पहुंचे और उन्होंने कुश्ती लीग के पहले सत्र को मिली जबरदस्त सफलता की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि लीग का दूसरा सत्र भी काफी सफल रहेगा। 
 
रियो ओलंपिक में 58 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी ने इस अवसर पर कहा कि मुझ पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है और लीग के लिए मेरी तैयारी काफी अच्छी है। दिल्ली की टीम इस बार लीग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी और खिताब जीतने की कोशिश करेगी।
 
कुश्ती लीग की नीलामी में साक्षी को मिली 30 लाख रुपए की कम कीमत के बारे में पूछे जाने पर टीम के मालिक अनुराग ने स्पष्ट किया कि जब तक साक्षी का वजन आया, टीम का काफी पैसा खर्च हो चुका था और उन्हें 30 लाख रुपए ही मिल पाए। वरना उन्होंने सोच रखा था कि साक्षी को खरीदने के लिए 40 से 45 लाख रुपए तक खर्च करेंगे। 
 
प्रो लीग के प्रमोटर प्रो स्पोर्टीफाई के मालिक कार्तिकेय शर्मा ने भी कहा कि लीग की नीलामी का प्रारूप ऐसा था जिसमें ओलंपिक स्वर्ण विजेता को ए वर्ग में, रजत विजेता को बी वर्ग में और कांस्य विजेता को सी वर्ग में रखा गया था। ऐसे में जब साक्षी का नंबर आया तो टीमों के पास ज्यादा पैसा बचा नहीं था। 
 
साक्षी की स्थिति भी ओलंपिक रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु जैसी रही जिन्हें सिर्फ 39 लाख रुपए मिले थे। उस समय भी बैडमिंटन लीग की फ्रेंचाइजी टीमों ने इसी तरह की बात कही थी कि जब तक सिंधु का नंबर आया टीमों का काफी पैसा समाप्त हो चुका था।
 
65 किग्रा वजन के पहलवान बजरंग पूनिया ने भी इस मौके पर कहा कि मैं अपने गुरु योगेश्वर दत्त की हर तकनीक को सीखना चाहते हैं, उनके जैसा बनना चाहता हूं और उनके जैसा फीतले दांव भी लगाना चाहता हूं। वे मेरे भाई और गुरु हैं।
 
'दिल्ली सुल्तांस' में 4 महिला और 5 पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं। अनुराग ने बताया कि 'दिल्ली सुल्तांस' नाम को लेकर टीम के खिलाड़ियों और सभी कोचों में सर्वसम्मति थी तभी हमने कई नामों में से इस नाम को चुना। अनुराग ने बताया कि दिल्ली टीम के अंतरराष्ट्रीय पहलवान अभी दिल्ली नहीं आ पाए हैं इसलिए इस प्रेस कांफ्रेंस में 4 भारतीय पहलवान तथा टीम के कोच एवं सहायक कोच मौजूद हैं। 
 
दिल्ली की टीम में रियो ओलंपिक की 48 किग्रा वर्ग की रजत विजेता मारिया स्टेडनिक और 2013 बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप की 75 किग्रा की स्वर्ण विजेता एलिना मखीना शामिल हैं। इनके अलावा 57 किग्रा वर्ग में एर्डेनबात बेकबयार, 70 किग्रा वर्ग में बेकजोड अब्दुररखामु और 53 किग्रा वर्ग में संगीता फोगाट शामिल हैं। 
 
शुक्रवार को रिलीज हुई आमिर खान की फिल्म 'दंगल' और अपने जीवन पर कोई फिल्म बनने की संभावना के बारे में पूछने पर साक्षी ने कहा कि यह फैसला करना उनका काम नहीं है और न ही कोई उनकी ऐसी कोई पसंदीदा हीरोइन है जिसे वह अपनी भूमिका में देखना चाहें। (वार्ता)
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