चेन्नई ओपन में सफलता हासिल करने उतरेगा युवा भारतीय दल
चेन्नई। भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी साकेत मायनेनी की अगुवाई में कल से यहां शुरू हो रहे एटीपी चेन्नई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में अपना रिकॉर्ड बेहतर करने की कोशिश करेंगे जिसमें वे दुनिया के छठे नंबर के मारिन सिलिच समेत टेनिस के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के आमने सामने होंगे।
तीन बार के विजेता स्टेनिसलास वावरिंका की अनुपस्थिति के बावजूद काफी धुरंधर इसमें भाग लेंगे जिसके एकल ड्रा में शीर्ष 50 के छह खिलाड़ी शामिल हैं जिसमें सिलिच का 2016 वर्ष शानदार रहा है। उनके साथी और पिछले साल फाइनल में पहुंचे बोर्ना कोरिच, स्पेन के रोबर्टा बातिस्ता एगुट और एलबर्ट रामोस विनोलास भी मौजूद हैं जिससे युवा भारतीयों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने का दारोमदार होगा।
मायनेनी और स्थानीय खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन टूर पर अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश कर रहे हंै लेकिन वे ज्यादातर चैलेंजर स्तर पर ही खेले हैं। दोनों को मुख्य ड्रा में वाइल्डकार्ड से प्रवेश दिया गया है और उन्हें इसका फायदा उठाने की जरूरत है। भारत के पास यह एकमात्र एटीपी 250 टूर्नामेंट है।
उनतीस वर्षीय मायनेनी ने पिछले साल अमेरिकी ओपन के लिए क्वालीफाई किया था लेकिन उन्हें अपनी फिटनेस का ध्यान रखकर एटीपी 250 स्तर पर निरंतर बढ़िया खेलने की जरूरत है। भारत के नंबर एक एकल खिलाड़ी मायनेनी का सामना दुनिया का रूस के मिखेल यूज्नी (दुनिया के 57वीं रैंकिंग के खिलाड़ी) से होगा। (भाषा)