'वैचारिक कुंभ' की एक बानगी इंदौर एयरपोर्ट पर...
इंदौर। सदी के दूसरे सिंहस्थ महाकुंभ का आयोजन इन दिनों उज्जैन में चल रहा है। इस महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकियां लगा रहे हैं। उज्जैन सिंहस्थ के तारतम्य में मध्यप्रदेश सरकार ने एक अनूठा प्रयोग उज्जैन से सटे निनोरा गांव में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय 'वैचारिक कुंभ' का आयोजन कर किया है।
इस वैचारिक महाकुंभ में देश-विदेश से 850 से अधिक विद्वानों और मनीषी हिस्सा ले रहे हैं। उज्जैन जाने के पूर्व वैचारिक महाकुंभ की एक बानगी इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर विमानतल पर भी दिखाई दी। इस वैचारिक महाकुंभ के समापन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विशेष अतिथि के रूप में श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना शामिल होंगे।
इंदौर के विमानतल पर बाकायदा एक स्टॉल लगाया गया है, जहां पर वैचारिक महाकुंभ की तत्काल जानकारी उपलब्ध है। देश-विदेश से वैचारिक महाकुंभ में हिस्सा लेने वाले अतिथियों को इस स्टॉल पर से समस्त जानकारियां दी जा रही हैं। यह वैचारिक महाकुंभ ठीक उसी व्यवस्था शैली पर संयोजित किया जा रहा है, जिस तरह कुछ महीनों पूर्व भोपाल में विश्व हिन्दी सम्मेलन आयोजित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि विश्व हिन्दी सम्मेलन के सफलतापूर्वक आयोजन में अनिल दवे ने महती भूमिका निभाई थी। मध्यप्रदेश सरकार ने 'वैचारिक महाकुंभ' की जिम्मेदारी भी अनिल दवे के हाथों में ही सौंपी और वे आयोजन समिति के अध्यक्ष भी हैं। इस वैचारिक महाकुंभ की प्रशंसा संघ प्रमुख मोहन भागवत, जूनापीठाधीश्वर अवधेशानंदजी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या एवं अन्य अतिथि भी कर चुके हैं।
वैचारिक महाकुंभ के मुख्य द्वार को भी विश्व हिन्दी सम्मेलन के द्वार जैसा भव्य बनाने की कोशिश की गई है। यहां पर अलग-अलग सभास्थलों को नाम भी दिए गए हैं। यही नहीं, यहां पर प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो आगंतुकों को आकर्षित कर रही है।