यथार्थवादी दृष्टिकोण यह है कि घर में यदि आपको अच्छी सुकून की नींद, अच्छा सेहतमंद भोजन और भरपूर प्यार-अपनत्व नहीं मिल रहा है तो घर में वास्तुदोष है। घर है तो परिवार और संसार है। घर नहीं है तो भीड़ के बीच सड़क पर हैं। खुद का घर होना जरूरी है। जीवन का पहला लक्ष्य मजबूत और वास्तुदोष से मुक्त घर होना चाहिए। यदि यह है तो बाकी समस्याएं गौण हो जाती हैं। आओ हम जानते हैं कि एक आदर्श हिन्दू घर कैसा हो इस बार में 10 खास बातें...
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