दिलबर (प्रियतम) से हम अपने जब मिलेंगे
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मीर हसन दिलबर (प्रियतम) से हम अपने जब मिलेंगेइस गुमशदा दिल से तब मिलेंगेयह किस को खबर है अब के बिछुड़ेक्या जानिए उस से कब मिलेंगेदुनिया है, संभल के दिल लगानायहाँ लोग अजब, अजब मिलेंगेज़ाहिर मैं तो ढब नहीं है कोईहम यार से किस सबब मिलेंगेआराम 'हसन' तभी तो होगाउस लब से जब अपने लब मिलेंगे