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Last Modified: सोमवार, 22 अगस्त 2016 (19:18 IST)

'रियो ओलंपिक' में हांफते-दौड़ते रहे भारतीय एथलीट

'रियो ओलंपिक' में हांफते-दौड़ते रहे भारतीय एथलीट - Rio Olympic 2016, Indian athlete, other sports news
नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में पूरे भारतीय दल के बीच एथलेटिक्स का सबसे बड़ा दल सर्वाधिक स्पर्धाओं में उतरा, लेकिन भारतीय एथलीट हांफते-दौड़ते ही रह गए। कुछ तो अपनी रेस ही पूरी नहीं कर पाए और कुछ को अयोग्य करार दिया गया, जो हर लिहाज से शर्मनाक प्रदर्शन था। 
    
भारत के 117 सदस्‍यीय दल (नरसिंह पर प्रतिबंध के कारण एक एथलीट कम हुआ) में एथलेटिक्स में कुल 34 एथलीट ट्रैक एंड फील्ड की 19 स्पर्धाओं में उतरे, लेकिन ललिता बाबर (3000 मीटर स्टीपलचेज) को छोड़कर अन्य कोई एथलीट स्तरीय प्रदर्शन नहीं कर सका।  
   
रियो से लगभग एक महीना पहले ताबड़तोड़ अंदाज में लगभग 20 एथलीट रियो के लिए क्वालीफाई हुए जो अपने आप में सवाल खड़े करता है जिनका जवाब ढूंढे जाने की जरूरत है। एथलेटिक्स में सबसे बड़ा दल भेजा गया और नतीजा शून्य रहा। केवल ललिता बाबर फाइनल में पहुंचकर दसवें स्थान पर रहीं। ललिता ने अपनी स्पर्धा की हीट में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था। 
    
पुरुष रिले टीम अयोग्य करार दी गई जबकि 20 मीटर पैदल चाल में दो एथलीट भी अयोग्य करार दिए गए। पिछले लंदन ओलंपिक में डिस्कस थ्रो के फाइनल में पहुंचकर आखिरी स्थान पर रहे अमेरिका में रहने वाले भारतीय एथलीट विकास गौड़ा इस बार बेहद खराब थ्रो (58.99 मीटर) फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। पिछले कई ओलंपिक में पहली बार एथलेटिक्स में भारत का बेहद खराब प्रदर्शन देखने को मिला। 
 
महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में ललिता 10वें और सुधा सिंह 30वें स्थान पर रहीं। ललिता ने हीट में 9 मिनट 19.76 सेकंड का समय लेकर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। फाइनल में उनका समय 9 मिनट 22.74 सेकंड रहा।
       
दूती चंद (100 मी), श्रावणी नंदा (200मी) और निर्मला श्योरण (400 मी) हीट में ही बाहर हो गईं। मनप्रीत कौर को शॉटपुट में 23वां और सीमा पूनिया को डिस्कस थ्रो में 20वां स्थान मिला। महिला मैराथन में ओपी जैशा 89वें और कविता रावत 120वें स्थान पर रहीं।
       
पुरुष एथलीटों में मोहम्मद अनस (400 मी) और जिनसन जॉनसन (800 मी) भी हीट में बाहर हो गए। 20 किलोमीटर पैदल चाल में मनीष सिंह 13वें स्थान पर रहे, जबकि गणपति कृष्णन और गुरमीत सिंह अयोग्य करार दिए गए। अंकित शर्मा लंबी कूद में 24वें, रंजीत महेश्वरी तिहरी कूद में 30वें और विकास गौड़ा डिस्कस थ्रो में 28वें स्थान पर रहे।  
      
उड़न परी पीटी ऊषा की शिष्या टिंटु लूका महिलाओं की 800 मीटर स्पर्धा में हीट में छठे और ओवरऑल 29वें स्थान पर रहीं। वे सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाईं। संदीप कुमार 50 किमी पैदल चाल स्पर्धा में 34वें स्थान पर रहे। संदीप ने चार घंटे सात मिनट और 55 सेकंड का समय लेकर स्पर्धा पूरी की। 
 
भारत की पुरुष टीम चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में अयोग्य करार दिए जाने के बाद बाहर हो गई जबकि महिला रिले टीम निराशाजनक रूप से फाइनल के लिए  क्वालीफाई ही नहीं कर सकी। कुन्हु मोहम्मद, मोहम्मद अनस, अयासामी धारून और राजीव अरोकिया की पुरुषों की 4 गुणा 400 मीटर रिले टीम तीन मिनट 02.24 सेकंड का समय लेकर अपनी हीट में सातवें स्थान पर रही जबकि ओवरऑल 13वें स्थान पर रही थी, लेकिन समीक्षा के बाद टीम को गलत तरीके से बैटन पास करने पर अयोग्य करार देकर बाहर कर दिया गया।
    
दूसरी ओर महिलाओं की 4 गुणा 400 मीटर रिले में निर्मला श्योरण, टिंटु लूका, एमआर पूवम्मा तथा अनिल्दा थामस की टीम तीन मिनट 29.53 सेकंड का समय लेकर फाइनल के लिए  क्वालीफाई ही नहीं कर सकी। 16 टीमों की स्पर्धा में भारतीय टीम हीट में सातवें और ओवरऑल 13वें स्थान पर रही।
      
महिलाओं की 20 किलोमीटर पैदल चाल में खुशबीर कौर ने एक घंटा 40 मिनट और 33 सेकंड का समय लिया और 54वें स्थान पर रहीं। खुशबीर ने वर्ष 2014 एशियाई खेलों में एक घंटे 33 मिनट सात सेकंड का समय लेकर रजत पदक जीता था और राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था, लेकिन रियो में वह अपना निजी बेहतर प्रदर्शन तक नहीं कर सकीं। इस स्पर्धा में शामिल अन्य भारतीय खिलाड़ी सपना पूनिया तो रेस ही समाप्त नहीं कर सकीं। सपना आठ किलोमीटर के बाद रेस से बाहर हो गईं।
      
थनाकल गोपी और खेता राम ने पुरुष मैराथन में अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकालते हुए क्रमश: 25वां और 26वां स्थान हासिल किया जबकि एक अन्य भारतीय नितेन्द्र सिंह रावत 84वें स्थान पर रहे। गोपी ने दो घंटे 15 मिनट 25 सेकंड का समय लिया। खेता राम ने दो घंटे 15 मिनट 26 सेकंड का समय लिया। नितेन्द्र का समय दो घंटे 22 मिनट 52 सेकंड रहा। (वार्ता)  
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