कार्तिकेय चले केदारनाथ...
- महेश पाण्डे
भगवान केदारनाथ के दर्शनों को उनके बड़े बेटे कार्तिकेय भी अब केदारनाथ के लिए चल पड़े हैं। रूद्रप्रयाग जिले के क्रौंच पर्वत पर स्थित भगवान कार्तिकेय की डोली केदार को रवाना कर दी गई है। चारधाम यात्रा में श्रद्घालुओं की बढ़ती भीड़ के चलते अब इन यात्रा मार्गों पर गेट सिस्टम लागू करने की कवायद की जा रही हे।बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री की राह पर यात्रियों का ताँता लगा हुआ है। यात्रियों के निजी वाहनों की भीड़ के चलते जगह जगह पूरे यात्रा मार्ग में जाम के कारण जनजीवन प्रभावित हो जाने से प्रशासन अब इन वाहनों को इन क्षेत्रों में भेजने के लिए गेट सिस्टम का सहारा लेकर इनमें नियंत्रण पाना चाहता है।जोशीमठ से बद्रीनाथ एवं रूद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड एवं उत्तरकाशी से गंगोत्री एवं बड़कोट से यमुनोत्री मार्ग पर यह गेट सिस्टम लागू कर एक बार में पचास वाहनों को इन तीर्थ क्षेत्रों में भेजने एवं इन मार्गों को वन वे करने की कवायद में जुटे हैं। ताकि इस यात्रा में बढ़ रही भीड़ एवं वाहनों के अम्बार को नियंत्रित किया जा सके। अब जब भीड़ का अम्बार लगने से प्रशासन को इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो रहा है तो प्रशासन इस क्षेत्र में पार्किग व्यवस्था के लिए पार्किग स्थल खोज रहा है। कुछ पार्किग स्थलों की खोज करने का दावा किया भी गया है। रामपुर से गौरकुण्ड के बीच आठ पार्किग स्थल खोजकर इनमें एक हजार वाहनों को पार्क किए जाने की बात कहीं जा रही है।केदारनाथ यात्रा के इस क्षेत्र में यात्रियों की यात्रा को सुरक्षित सम्पन्न कराने के लिए यात्रा को चार जोनों में बाँट दिया गया है। यात्रा माग पर पुलिस ने गौरीकुण्ड तक वाहनों से यात्रियों को छोड़कर वापस जा रहे यात्रियों के वाहनों से उनके पार्किग स्थलों तक वापसी में तीर्थयात्रियों को ले जाने के लिए भी एक व्यवस्था शुरू की है।