गिरफ्तारी के बाद पार्टी से भी सस्पेंड हुए BJP विधायक टी राजा सिंह, कोर्ट के बाहर बवाल, जानिए कहां से शुरू हुआ विवाद
हैदराबाद/दिल्ली। हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने की सिफारिश करने वाले भाजपा विधायक टी राजा सिंह को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। टी राजा को नामपल्ली कोर्ट में पेश किया गया। यहां उनके खिलाफ नारेबाजी होने लगी। बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए लोगों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर तितर-बितर किया।
भाजपा ने तेलंगाना के अपने विधायक टी राजा सिंह को इस्लाम के खिलाफ की गई एक विवादास्पद टिप्पणी के मामले में मंगलवार को पार्टी से निलंबित कर दिया। साथ ही पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर यह भी पूछा कि क्यों ना उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए।
एक धर्म विशेष के खिलाफ सिंह की कथित विवादास्पद टिप्पणी के मामले ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर समुदाय के कई लोगों ने हैदराबाद में धरना-प्रदर्शन किया। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सिंह को पहले हिरासत में लिया गया और फिर उन्हें आज गिरफ्तार कर लिया गया।
भाजपा की केंद्रीय अनुशासनात्मक समिति के सचिव ओम पाठक की ओर से जारी एक बयान में सिंह को पार्टी से निलंबित किए जाने की जानकारी दी गई।
इस संबंध में पाठक की ओर से सिंह को भेजे गए एक नोटिस में कहा गया, आपने विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की राय से अलग विचार व्यक्त किए हैं, जो कि भाजपा के संविधान के नियम XXV 10 (ए) का उल्लंघन है। मुझे आपको बताने का निर्देश दिया गया है कि आगे की जांच तक आपको पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है और सभी दायित्वों से मुक्त किया जाता है।
पाठक ने सिंह से 10 दिनों के भीतर यह जवाब देने को भी कहा कि क्यों ना उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि आपका हस्ताक्षरित विस्तृत जवाब दो सितंबर 2022 तक मिल जाना चाहिए। सिंह, अपनी कट्टर धार्मिक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं और इस वजह से सुर्खियों में भी बने रहते हैं।
भाजपा विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी और धर्म विशेष की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में सिंह कथित तौर पर एक धर्म विशेष के खिलाफ कुछ टिप्पणी करते दिख रहे हैं। फारुकी ने हाल ही में शहर में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी।
सिंह हैदराबाद के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। यह हैदराबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। उनके समर्थकों का दावा है कि सिंह ने अपनी टिप्पणी में किसी धर्म विशेष का या धार्मिक व्यक्ति का नाम नहीं लिया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले ही पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई एक विवादित टिप्पणी के लिए भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल को निलंबित किया था। इन नेताओं के बयानों को लेकर भारत के अलावा विदेशों में भी प्रदर्शन हुए थे। कई इस्लामिक देशों ने इस पर आपत्ति भी जताई थी और भारत के समक्ष इस मुद्दे को आधिकारिक रूप से भी उठाया था।
इस विवाद के बाद भाजपा ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूजनीय लोगों का अपमान स्वीकार नहीं करती।
भाजपा महासचिव अरुण सिंह की ओर से उस वक्त जारी बयान में कहा गया था कि भाजपा को ऐसा कोई भी विचार स्वीकृत नहीं है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए। उन्होंने कहा था कि देश का संविधान भी भारत के प्रत्येक नागरिक से सभी धर्मों का सम्मान करने की अपेक्षा करता है।