63 वर्षीय पर्रिकर अग्नाशय कैंसर की घातक की बीमारी से पीड़ित हैं। उन्हें 31 जनवरी को दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है। वे पिछले साल से दिल्ली, न्यूयॉर्क, मुंबई और गोवा के अस्पतालों में भी भर्ती हो चुके हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लोबो ने कहा कि उन्हें जो बीमारी है, उसका कोई इलाज ही नहीं है। मनोहर पर्रिकर के मुख्यमंत्री रहने तक कोई राजनीतिक संकट नहीं है, लेकिन जिस दिन उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारणों से इस्तीफा दे दिया या उन्हें कुछ हो गया, तब राजनीतिक संकट होगा। वे बहुत बीमार हैं।
उन्होंने कहा कि वे भगवान के आशीर्वाद से जी रहे हैं और काम कर रहे हैं। पर्रिकर गोवा में गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं जिसको गोवा फॉरवर्ड पार्टी, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और 3 निर्दलीयों का समर्थन है। एम्स के सूत्रों ने शनिवार को बताया कि पर्रिकर की हालत स्थिर है।