देहरादून। उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश होने का सिलसिला जारी है और इसके चलते भूस्खलन से बाधित बदरीनाथ और गंगोत्री के रास्तों समेत कई प्रमुख मार्गों पर आज भी यातायात बाधित रहा जबकि देहरादून के निकट टौंस नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से उसमें इंजीनियरिंग का एक छात्र बह गया।
उत्तराखंड आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, देहरादन के निकट टौंस नदी में कल शाम अचानक जलस्तर बढने से उसमें एक युवक सहित तीन व्यक्ति फंस गए। सूचना मिलने पर पुलिस के बचाव दल के पहुंचने से पहले ही युवक नदी के तेज बहाव में बह गया। खोज-बीन किए जाने पर कई किलोमीटर दूर वह बहता मिला। उस बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक युवक की पहचान देहरादून के 20 वर्षीय उत्सव गौड के रूप में की गई है। गौड बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र था। नदी में फंसे अन्य दो लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने की सूचना है। कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी दर्ज की गई।
पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड में नैनीताल में सर्वाधिक 132.08 मिमी बारिश दर्ज की गई जबकि हल्द्वानी में 114 मिमी, खटीमा में 97, चोरगलिया में 91 मिमी, बडकोट में 75 मिमी, भटवाडी में 63 मिमी, डीडीहाट में 60, बनबसा और धूमाकोट में 50 मिमी, कालाढूंगी में 48 मिमी, धारचूला में 46.40 मिमी, उखीमठ में 41.25 मिमी और देहरादून में 40.06 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। (भाषा)
पर्रिकर के बयान पर राज्यसभा में हंगामा
नयी दिल्ली, एक अगस्त :भाषा: राज्यसभा की कार्यवाही में आज उस समय कुछ देर के लिए व्यवधान पैदा हुया जब विपक्षी सदस्यों ने अभिनेता आमिर खान के संबंध में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के कथित बयान का मुद्दा उठाया वहीं पर्रिकर ने जोर दिया कि मीडिया में उनके हवाले से जो कहा गया है, उन्हें ऐसा कुछ नहीं कहा है।
शून्यकाल में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि गौरक्षा के नाम पर सीमा का अतिक्रमण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के नेता आए दिन आपत्तिजनक बयान देते रहते हैं। उन्होंेने इस क्रम में पर्रिकर के बयान का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में आकर सदस्यों को देश में सुरक्षा के संबंध में आश्वासन देना चाहिए।
इसके बाद विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी आमिर के संबंध में पर्रिकर के कथित बयान का उल्लेख किया और कहा कि देश का बताया जाना चाहिए कि देश के अल्पसंख्यकों को वह किस प्रकार का सबक सिखाना चाहते हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या वह अपने ही देशवासियों को अलग.थलग करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस पर सदन में मौजूद पर्रिकर ने कहा कि वह सिर्फ एक बात कहना चाहेंगे कि सदस्य पहले वह वीडियो देख लें फिर टिप्पणी करें।
लेकिन इससे विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए और माकपा के सीताराम येचुरी ने मंत्री के बयान पर आपत्ति जतायी। उपसभापति पी जे कुरियन ने सदस्यों को शांत करने का प्रयास करते हुए कहा कि मंत्री ने साफ कहा है कि वीडियो देखिए। इसका अर्थ है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है जैसा मीडिया में आया है।
पर्रिकर ने फिर कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है और किसी को धमकी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि खबरों में जो कहा गया है, उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है।
सपा के रामगोपाल यादव ने कहा कि उन्होंने वीडियो देखी है और मंत्री ने जो कहा है कि वह ‘‘सीधी धमकी’’ है।
बसपा नेता मायावती ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद धार्मिक अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों और दलितों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंेने मांग की कि प्रधानमंत्री को सदन में आकर बयान देना चाहिए। उपसभापति कुरियन ने सदस्यों से शांत होने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी मुद्दे का हल शोर नहीं है और मंत्री ने अगर यहां या बाहर कोई आपत्तिजनक बयान दिया है तो उसके लिए नियम मौजूद हैं।
उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि सदस्यों के पास नियमावली की पुस्तक होनी चाहिए और इसके लिए वह अपने पैसे से सदस्यों को नियमावली दे सकते हैं।
इसके पहले सुबह बैठक शुरू होने पर कांग्रेस के आनंद शर्मा ने गौरक्षकों द्वारा दलितों और मुस्लिमों पर हमले किए जाने का मुद्दा उठाया और इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की।
राज्यसभा में उठा आगरा में खारे पानी का मुद्दा
नयी दिल्ली, एक अगस्त :भाषा: राज्यसभा में आज आगरा में खारे पानी का मुद्दा उठा और सरकार ने कहा कि वह खारे और दूषित पानी जैसे मुद्दों को लेकर गंभीर है।
आगरा में खारे पानी का मुद्दा प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न पूछते हुए राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने उठाया।
उन्होंने कहा कि देश की पहचान आगरा से है। देश की पहचान ताजमहल से है। शहर में अनेक विदेशी पर्यटक आते हैं। खारे पानी की वजह से लोगों की मौत तक हुई है। शहर में पानी से संबंधित समस्या जनजातीय क्षेत्रों से भी बदतर है।
उनके सवाल का जवाब देते हुए पेयजल और स्वच्छता मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नीति आयोग ने देश में खारे पानी से संबंधित समस्या से निजात दिलाने के लिए 800 करोड़ रपये सुनिश्चित किए हैं, अमर सिंह को चाहिए कि वह संबंधित समस्या को दूर करने के लिए राज्य सरकार से धन का सही उपयोग सुनिश्चित कराएं।