उत्पल ने कहा कि वे पणजी से चुनाव लड़ेंगे। इसी सीट से उनके पिता मनोहर पर्रिकर लगातार चुनाव जीतते रहे थे। 2019 में उनकी मृत्यु के बाद भाजपा ने इस सीट से अतानासियो मोनसेरेट को उतारा था। मोनसेरेट ने इस सीट पर जीत हासिल की थी और वर्तमान में वे ही इस सीट से विधायक हैं।
भाजपा ने एक बार फिर पणजी सीट से मोनसेरेट को ही उम्मीदवार बनाया है, लेकिन इस सीट से टिकट का आस लगाए बैठे उत्पल पर्रिकर ने अब बागी तेवर अपना लिए हैं। उनका कहना है कि वे इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले कहा जा रहा था कि भाजपा ने उन्हें मना लिया है।