आतंकी ब्रिगेड के खात्मे की कहानी, लव, सेक्स और एनकाउंटर
जम्मू कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्या करने वाली पाक समर्थित आतंकवादी लड़कियों और महिलाओं को भी अपनी हवस का शिकार बनाते हैं। कहीं तो वे लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर अपनी हवस मिटाते हैं तो कहीं बंदूक की नोक पर। एक वक्त ऐसा भी आता है जब इनके जायज और नाजायज संबंध ही इन्हें मौत की मंजिल तक पहुंचा देते हैं।
ऐसे एक नहीं कई उदाहरण है। जम्मू-कश्मीर में आतंक का पर्याय माने जाने वाले हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी और उसका एक साथी समीर टाइगर भी अपनी माशुकाओं के गुस्से के चलते सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़ गए। हालांकि बुरहान वानी समेत पोस्टर के सभी 11 लोगों को सुरक्षाबलों ने ठिकाने लगा दिया है। यह पोस्टर बुरहान की मौत से कुछ समय पहले ही जारी हुआ था।
इन सभी ने कई खतरनाक आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। लेकिन बुरहान वानी को सुरक्षा बलों ने 8 जुलाई, 2016 को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। उसके बाद से ही यह पोस्टर बॉयज भारतीय सेना के प्राइम टारगेट थे। हालांकि इन आतंकवादियों को कभी न कभी तो सुरक्षाबलों के हाथों मरना ही था, लेकिन इनमें से कई ऐसे भी थे, जिनकी हरकतों ने सुरक्षाबलों की राह और आसान कर दी।
एक जानकारी के मुताबिक पिछले 30 साल के आतंकवाद के इतिहास में ऐसे सैकड़ों मामले हैं। सुरक्षाबल आतंकी कमांडरों और उनके काडर को मार गिराने में उस समय कामयाब हुए जब वे प्रेमिकाओं की गोद में सिर रखकर इश्क फरमा रहे थे या फिर अपनी प्रेमिकाओं से बेवफाई के चलते उनकी प्रेमिकाओं ने उनकी मुखबरी कर डाली।
इस तरह मरा बुरहान वानी : कुख्यात आतंकी सरगना बुरहान वानी भी अपनी गर्लफ्रेंड की मुखबिरी के चलते मारा गया। दरअसल सूत्र बताते थे कि बुरहान ने कई महिलाओं और लड़कियों से अवैध संबंध बना रखे थे। इसी के चलते उसकी गर्लफ्रेंड नाराज थी। उसने मोबाइल पर उसकी चैटिंग भी देख ली थी। इसके बाद से ही उसने बुरहान से बदला लेने का मन बना लिया। और ऐक दिन वह भी आया जब सुरक्षाबलों ने बुरहान को मार गिराया।
प्यार में धोखा दिया, जिंदगी से हाथ धो बैठा : हाल ही में सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए हिज्ब के दूसरे पोस्टर बॉय आतंकी कमांडर समीर टाइगर की मौत का जिम्मेदार अब एक युवती को ठहराया गया है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर जारी उसकी तस्वीर के साथ उसे मुखबिर भी घोषित किया गया है जबकि सच्चाई यह है कि समीर ने इस युवती को प्यार में धोखा दिया था। जानकारों की मानें तोमुठभेड़ वाले दिन वह अपनी दूसरी प्रेमिका से मिलने घर आया था तो उसकी पहली प्रेमिका ने उसकी मुखबिरी कर सेना को उसकी जानकारी दे दी।
सीमा पार कर मेहबूबा से मिलने आया और मारा गया : एक किस्सा काजी मुहम्मद का भी था। बारामुला में उसे उस समय मार गिराया गया जब वह अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए एलओसी को पार कर वापस कश्मीर लौटा था। वह उस समय मारा गया जब उसकी प्रेमिका उसे मिलने उसके ठिकाने पर गई तो सुरक्षाबल भी साथ ही पहुंच गए।
बताया जाता है कि काजी मुहम्मद अपनी प्रेमिका से सख्त नाराज भी था क्योंकि वह युवती उससे मिलने उसके ठिकाने पर नहीं जाना चाहती थी और काजी मुहम्मद के मोबाइल फोन की रिकार्डिंग उसके गुस्से को इस प्रकार इजहार करती थी- ‘मैं खतरे मोल लेकर एलओसी की बारूदी फिजां को पार कर आया हूं सिर्फ तुम्हारे लिए और तुम दो कदम भी नहीं चल सकती।’
हालांकि इस तरह की घटनाओं के बाद सीमा पार बैठे आकाओं ने आतंकियों को हमेशा स्थानीय युवतियों के इश्क में नहीं पड़ने की नसीहत दी है साथ इस्लाम का वास्ता भी दिया गया और इसको लेकर इन्हें डराया भी है। पाकिस्तानी आका कुछ भी कर लें लेकिन गलत का परिणाम गलत ही होता।