भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना आसान काम नहीं : तेज बहादुर
फरीदाबाद। जवानों को दिए जाने वाले खाने के घोटाले को देश के सामने उजागर करने वाले सीमा सुरक्षा बल के पूर्व कर्मी तेज बहादुर ने कहा है कि सिस्टम में रहकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना कोई आसान काम नहीं है और ऐसे कर्मचारी या अधिकारी को सुरक्षा व संरक्षण देने के लिए समाज को एकजुट होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला बोलना ही होगा।
नगर निगम के भ्रष्टाचार के खिलाफ 12 दिन से चल रहे सत्याग्रह में तेज बहादुर ने कहा कि बेशक सरकार ने उन्हें बर्खास्त कर दिया हो, लेकिन उनकी एक आवाज पूरे देशवासियों को आवाज बनी और देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले वीर जवानों के साथ भ्रष्ट अधिकारियों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार पर रोक लगने की उम्मीदें बंधी हैं।
उन्होंने नगर निगम के भ्रष्टाचार के विरोध में संघर्ष कर रहे भ्रष्टाचार विरोधी मंच के कार्यकर्ताओं को अपने इस संघर्ष को शहर की हर कॉलोनी, हर गली व हर घर तक पहुंचाने का आह्वान किया। तेज बहादुर के अनुसार उन्होंने यह प्रण किया है कि वे आजीवन भ्रष्टाचार के विरोध में अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
भ्रष्टाचार विरोधी मंच के संयोजक अनशनकारी बाबा रामकेवल और डॉ. ब्रहमदत्त पद्मश्री ने अपने संबोधन में कहा है कि यह कितना शर्मनाक है कि तेजबहादुर द्वारा जवानों को दिए जाने वाले खाने के खिलाफ आवाज उठाने पर अधिकारियों ने खाने में सुधार करने की बजाय उन्हें नौकरी से ही निकाल दिया तथा निगम में कार्यरत भ्रष्टाचार के विरोध में आवाज उठाने वाले अधिकारी रतन लाल रोहिल्ला के साथ ऐसा व्यवहार फरीदाबाद की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि निगम का छोटा कर्मचारी भ्रष्ट नहीं है, उनको इस्तेमाल किया जाता है। वास्तव में बड़े अधिकारी भ्रष्ट हैं और इन बड़े अधिकारियों ने नगर निगम और शहर को बरबाद कर दिया है। उनका आंदोलन इन्हीं भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध है, न कि निगम के छोटे कर्मचारियों के विरुद्ध। उन्होंने शहर की जनता से इस संघर्ष के साथ जुड़ने का आह्वान किया। (भाषा)