बिहार के 700 करोड़ के सृजन घोटाले के आरोपी महेश मंडल की मौत
बिहार में 700 करोड़ के सृजन घोटाले के आरोप में गिरफ्तार महेश मंडल की रविवार शाम मौत हो गई। महेश किडनी और कैंसर की बीमारी का इलाज करा रहे थे। महेश की गिरफ्तारी पिछले रविवार को भागलपुर से हुई थी, हालांकि गिरफ्तारी के बाद भी उनका इलाज एक अस्पताल में चल रहा था।
इस मामले में परिवारवालों का आरोप है कि महेश की मौत जेल और पुलिस की लापरवाही का परिणाम है। वहीं महेश की मौत पर आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने सवाल खड़े किए हैं। बिहार विधानसभा में इस मामले को लेकर आज हंगाम हुआ।
महेश जिला कल्याण विभाग में नाजिर थे और इस घोटाले के सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। अपनी गिरफ्तारी के बाद महेश ने अपनी संपत्ति का जो ब्योरा दिया था वह काफी चौंकाने वाला था। उनके गांव में डेढ़ एकड़ का विशाल घर मिला था, जिसकी चर्चा है कि हर कमरा न केवल वातानूकुलित है, बल्कि बाथरूम में भी एयरकंडीशन लगा है।
महेश का बेटा शिव मंडल जनता दल यूनाइटेड का भागलपुर इकाई का युवा विंग का अध्यक्ष था और इस मामले के प्रकाश में आने के बाद उसे भी पार्टी से बाहर कर दिया गया। शिव जिला परिषद का सदस्य है और अपने साथ पूछताछ में महेश ने माना था कि जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव में उन्होंने करीब 3 करोड़ खर्च किया, लेकिन वह अपने बेटे को चुनाव में जीत नहीं दिला सके।
उधर, महेश मंडल की रहस्यमयी तरीके से हुई मौत पर आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने सवाल खड़े किए हैं। इस मौत के बाद तेजस्वी ने ट्वीट कर सृजन घोटाले की तुलना मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले से की है। साथ ही ये भी आशंका जताई है कि सृजन घोटाला व्यापमं से भी ज्यादा व्यापक है। तेजस्वी ने ट्वीट किया, 'सृजन घोटाले में गिरफ्तार आरोपी जदयू नेता के पिता और आरोपी नाजिर महेश मंडल की देर रात जेल में विषम परिस्थितियों मे मौत। व्यापमं से भी व्यापक है सृजन।'