• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
  4. oxygen cylinders being brought to gorakhpur hospital after children death
Written By
Last Updated :गोरखपुर , शनिवार, 12 अगस्त 2017 (11:28 IST)

गोरखपुर में मासूमों की मौत पर बवाल, ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचे अस्पताल

गोरखपुर में मासूमों की मौत पर बवाल, ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचे अस्पताल - oxygen cylinders being brought to gorakhpur hospital after children death
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सजीन की कमी के कारण 48 घंटे में 36 मासूम बच्चों की मौत पर बवाल मच गया। इस बेहद शर्मनाक हादसे के बाद अब प्रशासन की नींद खुली है और मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई की जा रही है।
 
उल्लेखनीय है कि बीआरडी में गुरुवार की शाम से ही बच्चों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया। एक-एक कर बच्चों की हो रही मौत से परेशान डॉक्टरों ने पुष्पा सेल्स के अधिकारियों को फोन कर गुहार लगाई थी।  उधर कॉलेज प्रशासन ने 22 लाख रुपये बकाया के भुगतान की कवायद शुरू की। इसके बाद पुष्पा सेल्स के अधिकारियों ने लिक्विड ऑक्सीजन के टैंकर को भेजने का फैसला किया। हालांकि प्रशासन ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से बच्चों की मौत की बात से इनकार कर रहा है। 
 
अस्पताल पहुंचे कांग्रेस नेता : जिला प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल मेडिकल कालेज परिसर में तैनात कर दिया है।इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है। मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाले कांग्रेस के नेताओं में वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर शामिल हैं।
 
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन भी आज गोरखपुर आज रहे हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह ने मामले का राजनीतिकरण नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है। वह इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घटना की पूरी रिपोर्ट देंगे। गोरखपुर योगी का गृहक्षेत्र भी है।

मेडिकल कॉलेज परिसर में धरना : बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज स्थित नेहरू हॉस्पिटल में भर्ती 30 बच्चों की मौत के मामले पर विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीतिक दल आज मेडिकल कॉलेज परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मेडिकल कॉलेज पहुंच गए हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों में सपा, बसपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल हैं। प्रदर्शनकारी उक्त घटना में सम्मिलित चिकित्सक, प्रधानाचार्य और अधीक्षक पर हत्या का मामला दर्ज करके इन सबकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वे मृतक बच्चों के परिवारों को 20-20 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं।