कश्मीरी अलगाववादी जेल से करते थे पाक हैंडलरों से बातचीत
नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर के बारामूला जिले की एक जेल में चेकिंग के दौरान 16 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जेल अधिकारियों के मुताबिक जेल में बंद आतंकवादी और अलगाववादी नेता पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के साथ मोबाइल फोन के जरिए संपर्क में थे। मसरत कश्मीर में लोगों को भड़का कर हिंसा फैलाने का मुख्य आरोपी है।
इस बात का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने जेल परिसर में छापा मारकर कैदियों के पास से 16 सेलफोन बरामद किए। पुलिस ने बताया कि कुछ दुर्दांत आतंकवादी और अलगाववादी कैदी इन फोनों के जरिए पाकिस्तान में अपने हैंडलर्स के संपर्क में रह रहे थे और राज्य में अशांति पैदा करने की कोशिशों में जुटे रहते थे।
इन फोनों के जरिए कुछ व्हाट्सएप कॉल पाकिस्तान में किए गए थे और पुलिस उन डाटा को खंगालने की कोशिश कर रही है। जेल में कुछ आतंकवादी भी कैद हैं और उनके पास से भी फोन बरामद हुए हैं। उनके फोन में व्हाट्सएप भी हैं कुछ पाकिस्तानी नंबरों से संपर्क में थे। दो सेलफोन कट्टर अलगाववादी मसरत आलम के पास से बरामद हुए हैं। वह 2010 में कश्मीर में लोगों को भड़काकर हिंसा फैलाने का मुख्य आरोपी है।
साल 2015 में राज्य सरकार ने उसे जेल से रिहा कर दिया था जिसके फौरन बाद उसने श्रीनगर में पाकिस्तान के समर्थन में एक रैली का नेतृत्व किया था। इसे लेकर काफी राजनीतिक विवाद हुआ था और केंद्र सरकार के दबाव के बाद उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएसपी इम्तियाज हुसैन ने कहा कि मसरत आलम के पास से भी कुछ चीजें बरामद हुई हैं। इस मामले में जो भी कानूनी कार्रवाई संभव है, वह की जाएगी। दरअसल, पिछले हफ्ते कुछ आतंकियों ने जेल के अधिकारी के घर जाकर धमकी दी थी कि अगर जेल में कैदियों को परेशान किया गया तो अंजाम बुरा होगा। हमलावरों ने जेल अधिकारी की कार को भी आग के हवाले कर दिया था, करीब दर्जनभर बदमाशों ने पुलिस अधिकारी के घर में घुसकर मारपीट और तोड़फोड़ की थी। (भाषा)