कश्मीर में अलगाववादी नजरबंद, जनजीवन प्रभावित
श्रीनगर। कश्मीर में अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान की वजह से सामान्य जनजीवन सोमवार को आंशिक रूप से प्रभावित रहा। इस बीच अधिकारियों ने शहर के लाल चौक पर मार्च का आयोजन करने की हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक की योजना को विफल करने के लिए उन्हें घर में नजरबंद किया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर गिलानी और मीरवाइज को नजरबंद किया गया है। सुरक्षाबलों के साथ एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के 1 दिन बाद 9 जुलाई से घाटी में शुरू अशांति के दौर में हुई नागरिकों की मौत के विरोध में अलगाववादी समूहों ने सोमवार को लाल चौक तक मार्च का आह्वान किया था।
अधिकारियों ने अलगाववादियों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए घंटाघर और लाल चौक के आसपास के क्षेत्रों को सील कर दिया। हड़ताल के आह्वान की वजह से दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे लेकिन शहर के कई हिस्सों में सार्वजनिक और निजी वाहनों को सड़कों पर देखा गया।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की 111वीं जयंती के उपलक्ष्य में सार्वजनिक अवकाश के मद्देनजर स्कूल और सरकारी कार्यालय सोमवार को बंद रहे। अधिकारी ने बताया कि घाटी के अन्य जिलों और शहरों से भी बंद की खबरें मिली हैं लेकिन अब तक स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। (भाषा)