हरिद्वार में चल रही कावड़ यात्रा से धर्मनगरी में रौनक, 40 लाख श्रद्धालुओं के जल ले आने का अनुमान
हरिद्वार। 18 फरवरी, शनिवार को महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ को गंगाजल चढ़ाने और उनकी पूजा-अर्चना के लिए जल ले जाने को हरिद्वार में चल रही कावड़ यात्रा से धर्मनगरी में रौनक बनी हुई है। पंजाब, बिहार, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, मुरादाबाद, बिजनौर, नजीबाबाद जैसी कई जगहों से कावड़िए गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
इस बार महाशिवरात्रि के दिन शनि प्रदोष होने से भोलेनाथ जल्द ही मनोकामना पूर्ण करने वाले हैं, ऐसी मान्यता के कारण भी लोग महाशिवरात्रि पर्व पर इस बार बेहद ही खास संयोग की प्रतीक्षा में हैं। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली महाशिवरात्रि बेहद ही खास मानी जाती है। इस बार महाशिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में है जिसके 2 दिन बाद सोमवती अमावस्या पड़ेगी।
40 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान: कावड़ मेले में गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार आने वाले कावड़ यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। हरिद्वार के डीएम विनय शंकर पांडे ने संबंधित विभागों को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। फाल्गुन की इस कावड़ यात्रा में 40 लाख श्रद्धालुओं के गंगा जल लेने पहुंचने का अनुमान है।
पुलिस प्रशासन से कसी कमर: शनिवार को होने वाले महाशिवरात्रि पर्व को लेकर पुलिस ने कमर कस ली है। शनिवार को महाशिवरात्रि पर बिल्केश्वर और दक्षेश्वर महादेव के अलावा जिलेभर में तमाम शिवालयों में जलाभिषेक किया जाएगा। मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए उमड़ने वाली भीड़ को लेकर भी व्यवस्था बनाई जा रही है।
पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करते हुए हर की पैड़ी क्षेत्र और मंदिर परिसरों में पीएसी और पुलिस फोर्स तैनाती करने की तैयारी कर ली है जबकि हर की पैड़ी क्षेत्र भी जीरो प्वॉइंट रहेगा। इस संबंध में पुलिस कप्तान ने सभी संबंधित थाना प्रभारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
Edited by: Ravindra Gupta