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Last Modified: बुधवार, 23 अगस्त 2017 (20:15 IST)

डेरा प्रमुख के बारे में फैसला आने से पहले 'हाई अलर्ट'

डेरा प्रमुख के बारे में फैसला आने से पहले 'हाई अलर्ट' - Dera chief, Ram Rahim Singh,
चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ दायर यौन उत्पीड़न के एक मामले में 25 अगस्त को आने वाले अदालती फैसले से पहले हरियाणा में अधिकतम सतर्कता बरती जा रही है और राज्य सरकार ने आज कहा कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सेना की मदद लेने को वह अनिच्छुक नहीं है।
 
केन्द्र ने भी पंजाब और हरियाणा सरकारों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। दिल्ली में गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा ‘हम पंजाब और हरियाणा सरकारों के साथ लगातार संपर्क में हैं। जिस भी मदद की जरूरत होगी हम उपलब्ध कराएंगे।’ 
 
पंचकूला में सीबीआई अदालत के निर्णय के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने सभी उपायुक्तों, उपमंडलीय अधिकारियों (नागरिक) और हरियाणा नागरिक सेवाओं के अन्य अधिकारियों को अगले आदेशों तक छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं।
 
हरियाणा कर्मचारी विभाग की प्रवक्ता ने बताया कि जिन कर्मचारियों की छुट्टियां मंजूर हो गई थीं, वे रद्द हो गई हैं।’ हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने भी 30 अगस्त तक सभी चिकित्सा और अर्द्धचिकित्सा कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
 
पंचकुला की उपायुक्त गौरी पराशर जोशी ने आज कहा कि एहतियाती उपाय के तौर पर, सरकार ने 24 और 25 अगस्त को पंचकुला जिले में स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है।
 
डेरा प्रमुख के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए पंचकुला के सेक्टर 23 में स्थित पंथ के ‘नाम चर्चा घर’ में पंथ के अनुमानित तौर पर 35,000 से ज्यादा अनुयाई पहुंच गए हैं और बहुत से और आ रहे हैं। डेरा प्रमुख को शुक्रवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने को कहा गया है।
 
जोशी ने कहा कि प्रशासन और पुलिस कानून एवं व्यवस्था बनी रहे यह सुनिश्चित करने के लिए नजर रख रहे है। पंचकुला के जिला अदालत परिसर की ओर जाने वाली सड़कों के पास भारी संख्या में पुलिस और अद्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है, जहां वकीलों ने आज से तीन दिन के लिए अपना काम निलंबित कर दिया है ताकि अदालत आने वाले लोगों को असुविधा नहीं हो।
 
जब पूछा गया कि क्या डेरा प्रमुख पंचकुला की अदालत में शुक्रवार को पेश होंगे तो डेरा सच्चा सौदा के एक प्रवक्ता ने आज कहा कि पंथ और इसके प्रमुख ने हमेशा कानून का पालन किया है और ऐसा ही भविष्य में भी करेंगे।
 
उन्होंने कहा, ‘हमने हमेशा कानून की प्रक्रिया का पालन किया है और हम कभी कानून के दायरे से बाहर नहीं गए और ऐसा कभी नहीं करेंगे।’ जब सवाल किया गया कि क्या गुरमीत राम रहीम सिंह अपने अनुयायियों से कानून एवं व्यवस्था और शांति बनाए रखने में मदद करने की अपील करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘(सिरसा में) सुबह और शाम के अपने सतसंग के दौरान गुरूजी ने हमेशा मानवता और ऐसी चीजों के बारे में बात करते हैं जो मानवता के लिए लाभकारी हैं। वह पौधा रोपण, अंग प्रतिरोपण, रक्तदान और कमजोर तबकों की मदद के बारे में बात करते हैं।’ 
 
चंडीगढ़ के अलावा पुलिस ने दोनों राज्यों में कई स्थानों पर बेरिकेड्स लगाए हैं, जहां अदालत के आदेश से पहले सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है। ‘नाम चर्चा घरों’ में डेरा के अनुयाई पेट्रोल, लाठी और अन्य हथियारों से लैस होकर आ सकते हैं। 
 
ऐसी खबरों के बीच, पंजाब पुलिस ने अपने सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और अन्य शीर्ष पुलिस अधिकारियों से कहा है कि अगर अदालत का फैसला डेरा प्रमुख के खिलाफ आता है तो ऐसी स्थिति में वे इस बात पर नजर रखें कि अनुयाई उग्र न हो जाएं।
 
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राम निवास ने कहा कि राज्य में डेरा के ‘नाम चर्चा घर’ में अनुयायियों के लाठी या हथियार लेने जाने पर रोक लगा दी गई है। रामनिवास ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा ‘यदि जरूरत हुई तो राज्य सरकार सेना बुलाएगी और समय तथा परिस्थितियों के अनुसार जरूरत होने पर कर्फ्यू भी लगाएगी तथा कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाएंगी।’
 
उन्होंने कहा कि आतंरिक सूत्रों से हरियाणा को अर्द्धसैनिक बलों की आठ टुकड़ियां और अतिरिक्त 2,500 पुलिसकर्मी मिले हैं। उन्होंने कहा कि संवेदनशील स्थानों पर आज शाम तक 10 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। भीड़ को काबू में करने के लिए करीब 2,000 होमगार्ड को बुलाया गया हैं और राज्य में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
 
सिरसा के उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने नगर निगम पार्षदों के साथ एक बैठक करके उनसे धार्मिक संस्थानों और अपने अपने वार्ड में सरकारी और अन्य संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा।
 
उन्होंने सिरसा जिले में शैक्षणिक संस्थानों, दुकानों के मालिकों, मकान मालिकों, पेट्रोल पम्प और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों से अपने परिसरों में सीसीटीवी कैमरे लगाना सुनिश्चित करने के लिए कहा।
 
हरियाणा और पंजाब के कई संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बल फ्लैग मार्च कर रहे हैं। हरियाणा सरकार पहले ही अपने सभी जिलों में ऐहतियाती कदम उठाते हुए निषेधाज्ञा आदेश लागू कर चुकी हैं।
 
पंजाब रोडवेज सिरसा की ओर अपनी बसों का संचालन कल से नहीं करेगा, वहां डेरा का मुख्यालय स्थित है। पंजाब रोडवेज परिवहन निगम ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए हरियाणा जाने वाली बसों का संचालन 25 अगस्त तक रोक दिया है।
 
पंजाब रोडवेज के एक अधिकारी ने कहा ‘हमारी बसों का 25 अगस्त तक सिरसा की ओर संचालन नहीं होगा। हमने संबंधित अधिकारियों को (बस सेवा को रोकने या जारी रखने) के संबंध में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को देखने के बाद कोई निर्णय लेने के लिए कहा हैं।
 
हरियाणा में अधिकारी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के सभी प्रयास कर रहे हैं और पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दृढ़ता से कहा कि वे ऐसी चीजों का दोहराव नहीं होने देंगे जैसा नवम्बर 2015 में हुआ था जब स्यवंभू ‘बाबा’ रामपाल के अनुयायियों और पुलिस के बीच हिसार में दो हफ्ते तक तनावपूर्ण गतिरोध रहा था जिसमें पांच महिलाएं एवं एक बच्चे की मौत हुई थी।
 
रामपाल को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था और हिसार में उसके परिसर से उसके करीब 15,000 अनुयायियों को बाहर निकाला गया था।
 
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू पिछले कुछ दिनों में पहले ही सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और अन्य स्थानों सहित राज्य के संवेदनशील जिलों का दौरा कर चुके हैं जबकि पंजाब पुलिस के उनके समकक्ष सुरेश अरोड़ा ने कल बठिंडा, मनसा, मोगा, पटियाला, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब और मोहाली जिलों का दौरा किया और तैयारियों की जांच की।
 
बंठिडा में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है जिसकी सीमा हरियाणा के सिरसा से लगती है जहां डेरा का मुख्यालय है। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के गृह विभाग ने सेक्टर 16 में स्थित क्रिकेट स्टेडियम को 25 अगस्त को अस्थाई जेल घोषित किया है। अधिकारियों ने कहा है कि ‘अस्थाई जेल’ में ऐसे लेागों को रखा जाएगा जिन पर शुक्रवार को कानून एवं व्यवस्था की समस्या पैदा करने का संदेह होगा।
 
ये है पूरा मामला : यौन शोषण का शिकार हुई एक साध्वी ने गुमनाम पत्र लिखकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से शिकायत की थी। इस पत्र पर संज्ञान लेते हुए सितम्बर 2002 को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। 
 
सीबीआई ने जांच में उक्त तथ्यों को सही पाया और डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। डेरा प्रमुख को उक्त मामले में अदालत से जमानत तो मिल गई परंतु पिछले लम्बे समय से मामला पंचकुला की सीबीआई अदालत में चल रहा है।
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