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Last Modified: रायपुर , शनिवार, 19 अगस्त 2017 (12:17 IST)

भूख-प्यास से मरी 200 गायें!, आरोपी भाजपा नेता हरीश वर्मा गिरफ्तार

भूख-प्यास से मरी 200 गायें!, आरोपी भाजपा नेता हरीश वर्मा गिरफ्तार - chhattisgarh bjp leader defends charges after over 200 cows starve to death
छत्तीसगढ़ में दुर्ग के धमधा ब्लॉक के राजपुर गांव में भारतीय जनता पार्टी के नेता हरीश वर्मा की गोशाला में भूख से मरी 200 गायों के मामले में राजनीति गर्म हो गई है। इसको लेकर राज्यभर में भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। बवाल मचने के बाद बीजेपी नेता हरीश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया। हरीश वर्मा भिलाई की जामुल नगर पालिका परिषद् का उपाध्यक्ष है। उसकी एक नहीं बल्कि तीन गोशालाएं है।
 
धमधा के राजपुर इलाके के लोगों का दावा है कि गोशाला में 200 से ज्यादा गाय मारी गईं, जबकि प्रशासन ने तमाम दावों को खारिज करते हुए मात्र 30 गाय के मारे जाने की पुष्टि की है। उधर, मामले के तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य की सभी सरकारी अनुदान प्राप्त गोशालाओं का परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।  
 
प्रशासन ने अपनी जांच रिपोर्ट में पाया है कि गायों की मौत भूख से हुई। राजपुर गांव के आखरी मुहाने पर स्थित है यह शगुन गोशाला। वैसे तो इस गोशाला में लगभग दो ढाई सौ गायों को रखने की व्यवस्था है, लेकिन गोशाला संचालकों ने इसकी क्षमता से तीन गुनी से ज्यादा गायों को यहां रख दिया था।
 
बताया जा रहा है कि इस गोशाला में साढ़े छ सौ से ज्यादा गायों को रखा गया था। इतना ही नहीं, गायों को कभी कभार ही दाना पानी मिलता था। यह गोशाला चारों ओर से दीवारों से घिरी हुई है। लिहाजा गायों के लिए ये गोशाला किसी जेल से कम नहीं है। 
 
माना जा रहा है कि भूखी-प्यासी गायें इस गोशाला से बाहर नहीं निकल पाईं। वरना, उन्हें भूख प्यास के मारे अपनी जान नहीं गवानी पड़ती और तो और गोशाला का गेट बंद होने के बाद दो-चार दिनों से यहां के किसी भी कर्मचारी ने भीतर जाकर देखने की जहमत भी नहीं उठाई।
 
ना तो किसी ने गेट खोला और ना ही किसी ने गायों की ओर देखा। नतीजतन एक के बाद एक कई गाय मरती चली गई। दो-चार दिनों से बंद गोशाला की ओर जब स्थानीय ग्रामीणों की नजर पड़ी, तो उन्होंने गायों के मारे जाने की सुचना स्थानीय प्रशासन को दी। शिकायत के कई घंटों बाद प्रशासन हरकत में आया। बवाल मचने के बाद पुलिस और प्रशासन के आला अफसर इस गोशाला का दौरा किया। प्रशासन ने प्राथमिक जांच में पाया कि इस गोशाला में गायों की रक्षा और देखभाल के लिए कोई जिम्मेदार व्यक्ति तैनात नहीं था।
 
गोशाला में ना गायों के लिए पीने का पानी था और ना ही खाने के लिए चारा। भोजन के बिना गायों की हालत दिनों दिन पतली होते चली गयी। प्राथमिक जांच रिपोर्ट मिलते ही प्रशासन ने इस गोशाला के संचालक हरीश वर्मा की खोजबीन शुरू कर दी। चंद घंटे के भीतर ही पुलिस ने उसे धर दबोचा। उसे धमधा पुलिस थाने के लॉकअप रूम में रखा गया है। पुलिस के मुताबिक पूछताछ के बाद उसे अदालत में पेश किया जाएगा। 
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