कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भाजपा पार्षद की हत्या के विरोध में गुरुवार को कोलकाता में सचिवायलय के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भाजपा का आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। दूसरी ओर, सरकार ने धारा 144 लगा दी।
उल्लेखनीय है कि 4 अक्टूबर को भाजपा पार्षद मनीष शुक्ला की हत्या कर दी गई थी। प्रदर्शनकारियों में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष भी शामिल थे।
भाजपा का कहना है कि कार्यकर्ता सचिवालय के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। कोलकाता की सड़कों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं भी देखने में आईं।
पश्चिम बंगाल के प्रभारी भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि जनता के इस समंदर में ममता के गुंडों के आतंक का दम टूटना निश्चित है। उन्होंने कहा कि ममता बैनर्जी के राज में अभी तक असहमति या विरोध के लिए कोई जगह नहीं थी। जो भी TMC या ममताजी के विरोध की हिम्मत करता, उसे कुचल दिया जाता था! लेकिन, अब बंगाल में BJP का झंडा थामे कार्यकर्ता सड़क पर खुलेआम निकल पड़े हैं।
न कोई कानून का उल्लंघन, न कोई हिंसा।
— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) October 8, 2020
मगर फिर भी दीदी ने खुद की पुलिस को आदेश दिया ऐसे हमले करने का।
सत्ता जाते देख बौखलायीं दीदी।#NabannoChalo@BJP4Bengal @MenonArvindBJP @KailashOnline @KhanSaumitra @Tejasvi_Surya pic.twitter.com/Cb8uA5uRS1
कैलाश ने ट्वीट कर कहा- जब बंगाल की महिलाएं ही अपनी महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ सड़क पर आ जाएं, तो स्पष्ट है कि अराजकता चरम पर है! विरोध में जनता का सड़क पर उतर आना किसी भी सरकार के लिए सबसे शर्मनाक स्थिति है!
उन्होंने कहा कि ममताजी जरा हालात को समझिए! ये पुलिस सरकारी नौकर है, ये ज्यादा दिन साथ नहीं देगी। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता नहीं रुकेंगे, अराजक सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।