2. रावण का वध करने के बाद लंका से अयोध्या लौटते समय राम, लक्ष्मण, सीता एवं हनुमानजी पुष्पक विमान से अयोध्या के पास नंदीग्राम नामक स्थान पर उतरे थे, जहां पर राम की खड़ाऊं रखकर राजा भरत अपना राजपाट चलाते थे।
3. कहते हैं कि नंदीग्राम में कुछ समय रहने के बाद भगवान श्रीराम का दीपावली के दिन अयोध्या नगर में आगमन हुआ तो सभी शहरवासी उनके आगमन और स्वागत के लिए उमड़ पड़े।
4. अयोध्यावासियों ने श्रीराम के लौटने की खुशी में दीप जलाकर खुशियां मनाई गईं। संपूर्ण शहर का रंग-रोगन कर उसको दीपकों से सजाया गया था।
5. सभी पुरुष, बच्चे और महिलाएं नए वस्त्रों में सजे-धजे थे। मिठाइयां बांटी जा रही थीं और उत्सव मनाया गया। तुलसीदासजी ने रामचरित मानस के उत्तरकांड में इस घटना का सुंदर चित्रण किया है।