राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा टिकटों के आवंटन के साथ-साथ उसकी मुसीबतें भी बढ़ती जा रही हैं।
टिकट आवंटन से नाराज होकर पार्टी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के राजनीतिक सलाहकार पद से इस्तीफा दे चुके सांसद विश्वेन्द्रसिंह के बाद अब राज्य के आबकारी मंत्री देवीसिंह भाटी नाराज हो गए हैं। उन्होंने श्रीकालेयत से पार्टी के साथ-साथ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी नामांकन भरने का ऐलान कर दिया है।
टिकट वितरण पर नाराजगी जताते हुए अजमेर के सांसद रासासिंह रावत ने अजमेर जिले की विधानसभा सीटों पर संगठन के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर अन्य लोगों को टिकट देने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है।
टिकट वितरण से असंतुष्ट पूर्व मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और मौजूदा विधायक कन्हैयालाल मीणा समेत 11 मौजूदा विधायकों ने अगली रणनीति पर विचार कर निर्णय करने के संकेत दिए हैं।
कन्हैयालाल मीणा ने कहा मुझे हैरानी है कि पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया। कार्यकर्ता जो आदेश देंगे, उसी के अनुरूप कदम उठाऊँगा।
अजमेर के सांसद रासासिंह रावत ने शुक्रवार को अजमेर जिले में टिकट वितरण पर घोर असन्तोष एंव आक्रोश जताते हुए कहा कि जिस समाज ने भाजपा का हमेशा साथ दिया, टिकट वितरण में उसी की अनदेखी की गई है। अनुशासनहीनता कर भाजपा प्रत्याशी को हराने वाले व्यक्ति को ही भाजपा का टिकट देना सर्वथा अनुचित है।