वसुंधरा राजे ने नामांकन भरा
जयपुर (ब्यूरो)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा की अध्यक्ष सुमित्रासिंह और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी सहित बड़ी संख्या में बागी प्रत्याशियों ने सोमवार को विधानसभा चुनावों के लिए अपनी नामजदगी के पर्चे दाखिल किए। नामांकन करने का आज अंतिम दिन था। राजे ने अपनी वर्तमान झालरापाटन विधानसभा सीट से नामांकन-पत्र दाखिल किया। इस मौके पर उनके पुत्र और झालावाड़ से भाजपा के सांसद दुष्यंतसिंह, पुत्रवधु निहारिकासिंह समेत बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद थे। भाजपा की जीत का दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा उनकी पार्टी पाँच सालों में किए गए विकास कार्यों के आधार पर चुनाव लड़ेगी। राजस्थान विधानसभा की अध्यक्ष सुमित्रासिंह ने झुंझुनु जिले की मंडावा सीट से अपना नामांकन भरा। वे अपनी वर्तमान सीट झुंझुनु छोड़कर इस बार मंडावा से चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने अपनी परंपरागत सीट नाथद्वारा से नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर कांग्रेस के अनेकों नेता मौजूद थे। नामांकन के बाद एक जनसभा में डॉ. जोशी ने कहा कि यह चुनाव एक अमीर घराने की बहू और एक गरीब के बेटे के बीच की लड़ाई है। उधर, भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए भरतपुर के सांसद विश्वेंद्रसिंह ने भी भरतपुर जिले की कुम्हेर-डीग सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन-पत्र भर दिया। इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के प्रभारी मुकुल वासनिक भी मौजूद थे। टिकटों के बँटवारे की शुरुआत से ही बगावत झेलती आ रही भाजपा को आज एक तगड़ा झटका उस समय लगा, जब मीणा समुदाय के खाँटी नेता और भाजपा के विधायक डॉ. किरोड़ीलाल मीणा बगावत करते हुए दो विधानसभा सीटों टोडाभीम और सवाईमाधोपुर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में कूद पड़े। उनकी पत्नी गोलमा देवी पहले ही महुवा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन कर चुकी हैं। किरोड़ी के समर्थन में सवाईमाधोपुर जिले की पूरी जिला भाजपा इकाई ने पार्टी से सामूहिक रूप में त्याग-पत्र देते हुए उनके साथ रहने का ऐलान कर दिया। इसके अलावा प्रदेश की दर्जनों सीटों पर बड़ी संख्या में भाजपा और कांग्रेस के बागी उम्मीदवारों ने नामांकन-पत्र दाखिल किए हैं। अंतिम खबर मिलने तक आज 671 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन-पत्र दाखिल किए। अब तक कुल 1592 उम्मीदवार नामांकन कर चुके हैं।