जिगर मुरादाबादी ने कभी कहा था कि...
ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूब के जाना है। मुरादाबादी ने यह शेर मुहब्बत की दुश्वारियों के बारे में कहा था, जिसे आज भी मुहब्बत के मारे कई दीवाने और पागल इस्तेमाल करते हैं और अपनी उन तकलीफों को बयां करते हैं। लेकिन वक्त के साथ संदर्भ बदल भी जाते हैं। अब यही शेर उत्तर प्रदेश में आयोजित दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन कुंभ के लिए भी मुफीद सा नजर आता है।
बस, जिगर मुरादाबादी से माफी मांगकर इस शेर में कुछ हेरफेर करने पर यह महाकुंभ के महाजाम के दृश्य को बहुत साफ तौर पर बयान कर रहा है। महाकुंभ के जाम के संदर्भ में इस शेर को हमने कुछ यूं अल्टर किया है...
ये महाकुंभ नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए, एक जाम का दरिया है और फंस के जाना है... दरअसल, प्रयागराज के महाकुंभ को यहां पहुंचने वाले जनसैलाब के लिहाज से देखें तो यह दुनिया का सबसे सफल आयोजन माना जाना चाहिए। क्योंकि दुनियाभर से यहां पहुंचने वालों की संख्या करोडों में पहुंच गई है और करोडों लोग पवित्र संगम में मान्यतानुसार डुबकी लगा रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ यह महाकुंभ एक महाजाम में तब्दील हो गया है।
सातों रास्तों में जाम : प्रयागराज शहर में आने के 7 रास्ते हैं, सभी पर भीषण जाम लगा है। लखनऊ-अयोध्या-प्रतापगढ़ साइड से आने वाली गाड़ियां मलाका से शहर में एंट्री करती हैं। यहीं, बेला कछार में इनकी पार्किंग बनाई गई है।
एंट्री पॉइंट पर 20 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें : शहर से लेकर वाराणसी, मिर्जापुर, लखनऊ और रीवा हाईवे समेत 7 एंट्री पॉइंट पर 20 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। शहर की सड़कों पर 5-7 किलोमीटर का जाम नजर आ रहा है। वीडियो में आप गाड़ियों को रेंगते हुए भी देख सकते हैं। प्रयागराज में 5 किलोमीटर का सफर पूरा करने में 8 घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है। इस दौरान फोर व्हीलर्स में लोग घंटों भूखे-प्यासे फंसे हैं।
कटनी में घोषणा... आगे मत जाओ, वापस लौट जाओ : प्रयागराज के आसपास प्रमुख मार्गों पर लगे जाम की स्थिति इतनी भयावह हो चुकी हैं कि इसका असर मध्यप्रदेश के कई शहरों तक आ गया है। ऐसी स्थिति में यूपी और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों की पुलिस जाम को कंट्रोल करने के प्लान पर काम कर रही है। 300 किलोमीटर दूर कटनी और रीवा में तो पुलिस लाउड स्पीकर लगाकर वाहन चालकों के लिए यह घोषणा कर रही है कि आगे मत जाओ, वापस लौट जाओ, आगे बहुत लंबा जाम है, अभी भी वापस लौटने का विकल्प है, ऐसे में जाम की गंभीरता को समझिए।
3-3 दिन लग रहे प्रयागराज पहुंचने में : जाम का आलम यह है कि श्रद्धालुओं को प्रयागराज पहुंचने में 3 दिनों का समय लग रहा है। 15 से 20 घंटे जाम में फंसे होने के बाद लोगों का हाल यह है कि वे न प्रयागराज पहुंच पा रहे हैं और न ही वापसी कर पा रहे हैं। अब तो हालात यह है कि प्रयागराज से कई किलोमीटर दूर वाहन फंसे हुए हैं। जाम का असर मध्यप्रदेश के कटनी, रीवा और जबलपुर तक चला आया है। कहा जा रहा है कि 50 से 60 किलोमीटर लंबे जाम लग रहे हैं।
प्रयागराज संगम स्टेशन 14 फरवरी तक रहेगा बंद : माघ पूर्णिमा स्नान से पहले जिले की सीमाओं पर भीषण जाम लगा हुआ है। अनुमान से ज्यादा लोग पहुंचने पर ट्रैफिक सिस्टम बिगड़ गया है। रविवार को भारी भीड़ से हालात इतने बिगड़ गए कि कंट्रोल रूम सकते में आ गया। वहां पर अलग-अलग जगह से फोन आ रहे थे कि संगम स्टेशन पर बहुत बुरा हाल है। स्क्रीन पर लाइव फुटेज चल रहे थे जिसमें सड़कों की स्थिति को दिखाया जा रहा था। जिसके बाद हालत बिगड़ते देख संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया। आलम यह है कि हर घंटे 8 हजार से ज्यादा वाहन प्रयागराज में एंट्री कर रहे हैं।
नागपुर से जबलपुर 11 घंटे का सफर : स्थिति यह हो गई कि महाराष्ट्र के नागपुर से महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालु को वापसी में जबलपुर से नागपुर पहुंचने में 11 घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है, जबकि जबलपुर से नागपुर सिर्फ 4 घंटे का समय लगता है। जो लोग नागपुर से प्रयागराज के लिए निकले, उन्हें जब पता चला कि आगे जाना मुमकिन नहीं है तो वापस उन्हें लौटने में कई घंटों का सफर तय करना पड रहा। जो पहले ही प्रयागराज पहुंच गए वे न तो अयोध्या जा पा रहे हैं और न ही बनारस में काशी विश्वनाथ के दर्शन कर पा रहे हैं। आसपास के शहरों में भी उनका जाना मुश्किल हो गया है।
महाकुंभ में महाजाम : देशभर के विभिन्न राज्यों से प्रयागराज पहुंचने वाले इन मार्गों पर जाम लगे हुए हैं।
ये जाम कई कई घंटों से चल रहे हैं। यहां हैं जाम। फाफामऊ, सुलेम्सर, नैनी, झूंसी।
प्रयागराज में इन स्थानीय मार्गों पर जाम से जनजीवन अस्तव्यस्त है
प्रयागराज में कमला नेहरू रोड पर जाम
भारद्वाज आश्रम रोड से अमरनाथ झा मार्ग पर जाम
झूंसी के पास भी ट्रैफिक जाम
सुनीता सिंह, सीता सिंह महाविद्यालय मार्ग पर जाम
चंदौली से प्रयागराज वाले रास्ते पर जाम
जाम में कई लोग भूखे-प्यासे
Edited By : Navin Rangiyal