UNI
पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भक्तिमय हो गया। इस अवसर पर आज व्रतधारियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को नदी और तालाब में खड़े होकर प्रथम अर्घ्य अर्पित किया।
UNI
इस अवसर पर लाखों लोगों ने पवित्र गंगा नदी में स्नान भी किया। आज दोपहर बाद से ही गंगा नदी की ओर जाने वाले सभी मार्ग छठ व्रत एवं सूर्य आराधना के भक्तिपूर्ण एवं कर्णप्रिय गीतों से गुंजायमान थे।
UNI
छठ व्रतियों में उत्साह और रौनक देखते ही बन रही थी। छठ की छटा आज पूरी राजधानी में छाई रही। घर से लेकर घाट तक, गलियों से लेकर सड़कों तक... हर तरफ आकर्षक सजावट दिखाई दी।
UNI
छठ पर्व पर सूर्य देव की पूजा का बहुत महत्व होता है, सूर्य को इस दिन शाम को और दूसरे दिन सुबह अर्घ्य दिया जाता है।
UNI
कहते हैं कि सुबह के सूर्य की आराधना से सेहत बनती है, रोग मिटते हैं, दोपहर की सूर्य आराधना से नाम और यश बढ़ता है और शाम के समय की आराधना से जीवन में संपन्नता आती है।
UNI
धार्मिक दृष्टिकोण से देखें तो सूर्यदेव को आत्मा का कारक माना गया है। ऐसा भी माना जाता है कि सूर्य देव को अर्घ्य देने से वे बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। और अपने भक्त के जीवन को अंधकार से निकालकर प्रकाश (ज्ञान) की ओर लेकर जाते हैं।
UNI
पटना जिला प्रशासन ने गंगा नदी के घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए छठ घाटों पर भीड़भाड़ नहीं लगाने तथा छठ व्रतियों को यथासंभव अपने घर में ही छठ पूजा करने की अपील की है।
UNI
आस्था में डूबे श्रद्धालुओं ने शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया
UNI
कोरोना वायरस की वजह से इस बार घाटों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे
UNI
शनिवार को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व पूर्ण हो जाएगा