WD
सिंहस्थ नगरी उज्जैन में शुक्रवार को आनंद अखाड़े की पेशवाई निकली। जगह-जगह जनता ने पुष्प वर्षा का संत-महंतों का स्वागत किया। हर कोई नागा साधुओं के शस्त्र करतब और रथ पर सवार संतों की मुख मुद्राएं और हाथी-घोड़े-पालकी को देखने के लिए आतुर था।
WD
आनंद अखाड़े की पेशवाई की एक झलक पाते ही जैसे जनता में आनंद छा गया।
WD
नीलगंगा पड़ाव से शुरू होकर आनंद अखाड़े की पेशवाई जहां-जहां से गुजरी हर जगह जनता से स्वागत किया और संतों का आशीर्वाद प्राप्त किए।
WD
शाम होते-होते पेशवाई बड़नगर रोड स्थित छावनी में समाप्त हुई। पेशवाई से पूर्व ईष्टदेव भगवान सूर्यनारायण का विधि विधान से पूजन किया गया।
WD
संतों में सबसे आगे पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर ज्ञानानंदजी महाराज एयरकुल्ड बग्घी में सवार थे। उनके पीछे बाकी महामंडलेश्वर और श्रीमहंत व संत चल रहे थे।
WD
कुछ नागा संन्यासी शस्त्र करतब दिखा रहे थे, वहीं कुछ घोड़े और हाथी पर भी सवार थे।
WD
पेशवाई में श्रीशिवशक्ति सिद्धपीठ लखनगांव का महिला मंडल भी शामिल हुआ।