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  4. Harmanpreet Singh emerges as the top goalscorer in Paris Olympics
Written By WD Sports Desk
Last Updated : शनिवार, 10 अगस्त 2024 (17:32 IST)

Paris Olympics में गोल करने के भी सरपंच हरमनप्रीत, सर्वाधिक 10 गोल किए

Harmanpreet Singh
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को पेरिस ओलंपिक 2024 खेलों की हॉकी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले कप्तान हरमनप्रीत सिंह गोल स्कोरिंग सूची में शीर्ष स्थान पर रहे।हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस 2024 पुरुष हॉकी प्रतियोगिता में आठ मैचों में सबसे ज्यादा 10 गोल किए। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के ब्लेक गोवर्स ने सात गोल किए।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कोलंबस के यवेस-डू-मानोइर स्टेडियम में स्पेन को 2-1 से हराकर ओलंपिक में लगातार दूसरी बार कांस्य पदक जीता। इस मुकाबले में भी हरमनप्रीत ने दो गोल किए और भारत की जीत सुनिश्चित की।

मैच जीतने के बाद भारतीय हॉकी टीम के कप्तान ने कहा, ''मेरे लिए कड़ी मेहनत करने, पेनल्टी कॉर्नर बनाने और सभी फॉरवर्ड लाइन के लिए सारा श्रेय मेरी टीम को जाता है। मुझे इस पर बहुत गर्व है। बेशक, मुझे कप्तान के रूप में खुद पर भी गर्व है, लेकिन टीम हमेशा पहले आती है।''
Harmanpreet Singh
हरमनप्रीत सिंह ने स्पेन के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर के जरिए दो गोल किए और टूर्नामेंट में अपने पेनल्टी कॉर्नर के स्कोर को सात तक पहुंचाया। जबकि तीन गोल पेनल्टी स्ट्रोक से आए। विश्व की चौथे नंबर की टीम बेल्जियम के साथ ग्रुप-चरण के मुकाबले के अलावा हरमनप्रीत ने पेरिस 2024 में आठ बार के ओलंपिक चैंपियन के लिए हर मैच में गोल किया।

28 वर्षीय खिलाड़ी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अभियान के पहले मैच में भारत के लिए अंतिम मिनट से ठीक पहले एक गोल करके अपना खाता खोला। वह अगले मैच में भी स्कोरशीट पर थे। यह मैच अर्जेंटीना के साथ 1-1 से ड्रॉ रहा।उन्होंने आयरलैंड पर 2-0 की जीत में दो गोल किए लेकिन टोक्यो ओलंपिक 2020 की स्वर्ण पदक विजेता बेल्जियम टीम के खिलाफ भारत की 1-2 की हार में गोल नहीं कर सके।
Harmanpreet Singh
हरमनप्रीत ने अपने अंतिम ग्रुप-चरण गेम में ऑस्ट्रेलिया पर भारत की 3-2 की जीत में स्कोरिंग चार्ट में वापसी की।भारतीय कप्तान ने ब्रिटेन के साथ 1-1 की बराबरी में अपनी टीम के लिए एकमात्र गोल किया, जहां भारत ने पेनल्टी शूट-आउट में जीत हासिल करके सेमीफाइनल में जगह बनाई। जर्मनी के खिलाफ उन्होंने एक और गोल किया लेकिन टीम को 2-3 से हार मिली। हालांकि कांस्य पदक मैच में 28 वर्षीय खिलाड़ी ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए निर्णायक गोल किया और 1972 के बाद पहली बार भारत के लिए लगातार दो ओलंपिक पदक हासिल करने में अपना अहम योगदान दिया।(एजेंसी)
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