करोड़ों की धोखाधड़ी, भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर को 10 साल की कैद
वॉशिंगटन। अमेरिका में भारतीय शास्त्रीय नृत्य को बढ़ावा देने के लिए ख्यात भारतीय मूल के एक अमेरिकी चिकित्सक को अपनी कंपनी के पूर्व शेयरधारकों के साथ 49 मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी के आरोप में न्याय विभाग ने 10 साल कैद की सजा सुनाई है।
श्रीधर पोताराजू नामक आरोपी डॉक्टर मेरीलैंड और वर्जीनिया में लायसेंस प्राप्त नेत्र सर्जन हैं। श्रीधर पर आरोप है कि उन्होंने कंपनी में निवेश के रूप में 49 मिलियन डॉलर से ज्यादा की रकम हासिल करने लिए विटलस्प्रिंग के शेयरधारकों को गलत और भ्रामक जानकारी उपलब्ध कराई थी।
51 वर्षीय पोताराजू पर न्याय विभाग का आरोप है कि उन्होंने विटलस्प्रिंग को वित्तीय रूप से एक सफल कंपनी बताया था और कहा था कि जल्दी ही विटलस्प्रिंग की बिक्री होने वाली है। इस बिक्री से शेयरधारकों को भारी लाभ मिलेगा।
भारतीय अमेरिकी डॉक्टर ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने शेयरधारकों से यह बात छुपाई थी कि विटलस्प्रिंग इंटरनल रेवेन्यू सर्विस को 75 लाख डॉलर से ज्यादा का रोजगार कर भुगतान करने में भी नाकाम रही थी।
उदाहरण के लिए, 2014 में श्रीधर पोताराजू ने अपने शेयरधारकों को ऑपरेटिंग परिणामों के एक लिखित सारांश दिया, जो विटलस्प्रिंग की 2013 की आमदनी को लगभग 12.9 मिलियन यूएस डॉलर दर्शाते थे, जबकि वास्तव में 2013 में राजस्व एक करोड़ अमेरिकी डॉलर से भी कम था। यह आरोप संघीय अभियोजन पक्ष ने कथित तौर पर लगाया है।
श्रीधर पोताराजू प्रतिष्ठित केनेडी सेंटर में भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य के सालाना कार्यक्रम उत्सव के आयोजन को लेकर भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच काफी लोकप्रिय हैं। वे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन के चुनावों के दौरान डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए धन जुटाने वाले प्रमुख व्यक्ति रहे हैं।
2015 में व्हाइट हाउस में एआर रहमान के काम पर एक वृत्तचित्र 'जय हो' की एक विशेष स्क्रीनिंग में भी पोताराजू सहायक थे। इस मौके पर महान संगीत निर्देशक रहमान भी व्यक्तिगत रूप से व्हाइट हाउस के आयोजन में उपस्थित थे।
कार्यवाहक उपसहायक अटॉर्नी जनरल गोल्डबर्ग ने कहा कि अभिनेता और मंच पर काम करने वाले एक निर्देशक की तरह श्रीधर पोताराजू ने एक खरीददार के रूप में एक भड़काऊ व्यवस्था की थी, जिसमें फर्जी वेबसाइट के लिए एक लिंक प्रदान की गई थी और विटलस्प्रिंग निवेशकों और संभावित खरीददारों को समझाने के लिए धोखाधड़ी वाली बैलेंस शीट, नकली बैंक विवरण और झूठी टैक्स रिटर्न को पेश किया था।
उनके कार्यों के परिणामस्वरूप अमेरिकी शेयरधारकों को 49.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा और अमेरिकी करार के मुकाबले 75 लाख अमेरिकी डॉलर से ज्यादा रोजगार करों को हटा दिया गया और उन्हें कभी भी भुगतान नहीं किया गया।
कार्यवाहक उपसहायक अटॉर्नी जनरल गोल्डबर्ग ने कहा कि पोताराजू की दोषसिद्धि और इस मामले की सुनवाई के साथ ही उनकी धोखाधड़ी का पता चला है और उनके इस कृत्य के लिए आज उनको 119 माह (करीब 10 साल) कैद की सजा सुनाई गई है। फिलाडेल्फिया में 2016 डेमोक्रेटिक कन्वेंशन में डॉ. पोताराजू को महत्वपूर्ण समिति के लिए नामित किया गया था।