लंदन में राष्ट्रपति की शाही मेजबानी
- विनोद अग्निहोत्री
महारानी की मेजबानी के बाद बारी थी लंदन शहर की। बुधवार की रात भारत की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल लंदन के प्रथम नागरिक लार्ड मेयर एल्डरमैन इयान ल्यूडर की मेहमान बनीं। लंदन के गिल्डहाल में लार्ड मेयर द्वारा राष्ट्रपति के सम्मान में दिए गए रात्रिभोज (बैंक्वेट) में मानो पूरा ब्रिटेन ही उमड़ आया हो। पारंपरिक बैंड की धुनों के साथ राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और उनके पति देवीसिंह शेखावत और भारतीय प्रतिनिधिमंडल के दूसरे सदस्य जब गिल्डहाल पहुँचे तो चमचमाती पारंपरिक पोशाक पहने सजे-धजे बैंड और ड्रम ने जोरदार स्वागत किया। सभागार में लंदन शहर और ब्रिटिश समाज के करीब सात सौ सम्मानित सदस्य मौजूद थे। इनमें भारतीय मूल की जानी-मानी हस्तियाँ भी शामिल थीं। लंदनवासी भारत की प्रगति का लोहा तो मानते ही हैं, लेकिन सबसे ज्यादा वह महात्मा गाँधी के मुरीद हैं। जितने भी लोगों से यह जानना चाहा कि वह किस भारतीय नेता को सबसे ज्यादा जानते और पसंद करते हैं, सबका एक ही जवाब था महात्मा गाँधी। यह पूछने पर क्यों, लंदनवासियों का जवाब होता है कि गाँधी में सत्ता का लालच नहीं था, उनकी कथनी और करनी में फर्क नहीं था, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के शासन का प्रतिरोध किया लेकिन ब्रिटिश जनता से कभी नफरत नहीं की।
गिल्डहाल में राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित बैंक्वेट में महारानी एलिजाबेथ और राष्ट्रपति श्रीमती पाटिल के लिए शुभकामनाएँ करते हुए तीन बार टोस्ट साझा किया गया। भारत-ब्रिटेन मैत्री की कामनाओं की दुआ आर्कबिशप ने की। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने भारत और ब्रिटेन के पारंपरिक रिश्तों के साथ बदलते दौर में भी दोनों देशों के विकास में एक-दूसरे की भूमिका और सहयोग की चर्चा की। राष्ट्रपति पाटिल ने भारत की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था में ब्रिटेन के निवेश और ब्रिटेन के विकास में भारतीयों के योगदान का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने जलवायु परिवर्तन जैसे अंतरराष्ट्रीय चिंता के विषय पर भी भारत का स्पष्ट नजरिया रखते हुए इस दिशा में भारत सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों और उपायों का जिक्र किया।