चुनाव पूर्व डीबेट - काश! यह अमेरिकी प्रथा भारत में भी होती....
- आदित्य नारायण शुक्ला 'विनय'
अमेरिका (यू.एस.ए.) 4 जुलाई 1776 को स्वतंत्र हुआ था- इंग्लैंड की गुलामी से। स्वतंत्रता के बाद बहुत से अमेरिकी नेता भी यह चाहते थे कि उनके देश में भी इंग्लैंड की तरह 'संसदीय शासन प्रणाली'- जिसमें देश का वास्तविक शासक प्रधानमंत्री होता है, अपनाया जाए। (शायद इसलिए चाहते थे कि गुलामी की 'बू' और उसका असर तुरंत तो जाता नहीं है !!! हमारे देश से तो विगत 66 वर्षों में भी नहीं गया।) किन्तु देश के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी जॉर्ज वॉशिंगटन ने इसका कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि हमें 'अध्यक्षीय शासन प्रणाली'- जिसमें देश का वास्तविक शासक राष्ट्रपति होता है, अपनाना चाहिए। जॉर्ज ने समझाया कि 'संसदीय शासन प्रणाली' इंग्लैंड जैसे छोटे से देश के लिए उचित हो सकता है, किंतु हमारे विशाल देश अमेरिका के लिए यह प्रणाली कदापि उचित नहीं है। (क्या इंग्लैंड की तुलना में भारत एक विशाल देश नहीं है? इंग्लैंड तो क्षेत्रफल में पूर्व मध्यप्रदेश से भी छोटा है) वॉशिंगटन ने कहा 'यदि हम 'संसदीय शासन प्रणाली' अपनाते हैं तो अमेरिका के सभी प्रांतों में हमें मुख्यमंत्री भी बनाने होंगे। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सदनों (उदहारण के लिए भारत के सन्दर्भ में लोकसभा व विधानसभा) के 'लोकप्रिय व बहुमत प्राप्त नेता' हो सकते हैं किंतु सम्पूर्ण देश और अपने-अपने सम्पूर्ण प्रांत के भी वे सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हों - यह आवश्यक नहीं।
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जबकि देश के वास्तविक शासक (राजा) को सम्पूर्ण देश में लोकप्रिय व देश की जनता का बहुमत प्राप्त नेता होना चाहिए' और राज्यों के वास्तविक शासकों को अपने-अपने राज्य में लोकप्रिय व राज्य की जनता का बहुमत प्राप्त नेता होना चहिए। (पता नहीं जॉर्ज वॉशिंगटन ने 'महाभारत' का नाम भी सुना था या नहीं जिसमें 'महाभारत' काल के सर्वाधिक विद्वान और महान राजनीतिज्ञ महात्मा विदुर ने यह बात कई बार कही है) 'अमेरिकी संविधान निर्माण सभा' के सदस्यों (जिसमें जॉर्ज वॉशिंगटन ही सर्वाधिक दमदार नेता थे) और अन्य अमेरिकी नेताओं के बीच यह वाद-विवाद संविधान निर्माण के दौरान कई वर्षों तक चलता रहा।लेकिन अंत में 'अमेरिकी संविधान निर्माण सभा' को जॉर्ज के मत के सामने झुकना पड़ा और सम्पूर्ण अमेरिका ने मिलकर जॉर्ज वॉशिंगटन को ही अपना प्रथम राष्ट्रपति चुन लिया। और तभी से अमेरिका अपने बहुमत से हर चार वर्षों में सम्पूर्ण देश का सबसे लोकप्रिय व्यक्ति या नेता यानी अपना राष्ट्रपति और अमेरिका के (अब) 50 राज्य अपने-अपने राज्य के सर्वाधिक लोकप्रिय व्यक्ति या नेता यानी अपने-अपने राज्यपाल विगत 237 वर्षों से चुनते आ रहे हैं। वर्तमान राष्ट्रपति ओबामा अमेरिका के 44 वें राष्ट्रपति हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति और अमेरिकी प्रांतों के राज्यपाल देश और अपने-अपने राज्य के वास्तविक शासक होते हैं। चूंकि प्रत्यक्ष अमेरिकी जनता उन्हें स्वयं अपने बहुमत से चुनती है। वे अपनी सरकार बनाने के लिए किसी अन्य दल या किसी बाहुबली के मोहताज़ नहीं होते। काश! 'भारतीय संविधान निर्माण सभा' में भी जॉर्ज वॉशिंगटन की तरह ही कोई दमदार नेता रहा होता तो, आज भारत में सम्पूर्ण देश का सर्वाधिक लोकप्रिय नेता राज कर रहा होता और भारत के प्रांतों में उस राज्य के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता राज कर रहे होते।