आतंकी हमले से फिर दहला पेशावर, 12 मरे
पेशावर के बाहरी इलाके में स्थित एक भीड़ भाड़ वाले बाजार में रविवार को एक आत्मघाती हमले में तालिबान विरोधी एक मेयर सहित कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 36 लोग घायल हो गए।पुलिस ने कहा कि इस विस्फोट को एक आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया। हमला इस मेयर को निशाना बनाकर किया गया था। तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।अधिकारियों ने बताया कि तालिबान के खिलाफ प्रयासों का नेतृत्व करने वाले मेयर :नाजिम: अब्दुल मलिक, एक छोटी लड़की और कबायली मिलीशिया के प्रमुख उन 11 लोगों में शामिल हैं, जिनकी इस विस्फोट में मौत हो गई है।उन्होंने बताया कि इस हमले में घायल होने वाले 36 लोगों में मलिक का पुत्र भी शामिल है। घायलों में से नौ की हालत गंभीर बताई जा रही है।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पेशावर के उपनगरीय इलाके मत्तानी के मवेशी बाजार में हुई इस घटना को मलिक को निशाना बना कर अंजाम दिया गया।गौरतलब है कि मलिक की जान लेने के लिए इससे पहले भी पाँच बार हमले किए गए, जिसमें वे बच गए थे। उन्हें पहले तालिबान का करीबी समभा जाता था, लेकिन बाद में वे आतंकवादियों के विरोधी हो गए।उमर नाम के एक व्यक्ति ने इलाके में तालिबान का प्रवक्ता होने का दावा करते हुए कहा कि मलिक को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि उन्होंने आतंकवादियों का मुकाबला करने के लिए एक लश्कर बना लिया था। इस लश्कर ने मत्तानी के अलीजई इलाके में तालिबान के प्रभाव बढ़ाने के प्रयासों का विरोध किया था। लगभग दो हफ्ते पहले भी पेशावर में एक जबरदस्त कार विस्फोट हुआ था, जिसमें 118 लोग मारे गए थे।हमलावर ने स्थानीय समय के मुताबिक सुबह साढ़े नौ बजे के तुरंत बाद इस विस्फोट को अंजाम दिया। बाजार में ईद उल जोहा में कुर्बानी के लिए जानवरों की खरीदारी कर रहे लोगों की भीड़ थी। घायलों को निजी कार और एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।पेशावर के लेडी रीडींग हॉस्पिटल के अधिकारियों ने बताया कि घायलों में से नौ की हालत गंभीर है।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर की उम्र 22 से 24 साल के बीच थी। जैसे ही मलिक अपनी कार से बाहर निकले, उसने धमाका कर दिया।पुलिस ने बाजार में घेरा डाल दिया है और हमलावर के शव के टुकड़ों को इकट्ठा कर लिया है, जबकि बम निरोधक दस्ते के विशेषज्ञ सबूतों की तलाश के लिए मौके पर भेज दिए गए हैं। आतंकवादियों ने पहले भी मलिक के मकान पर रॉकेट और मोर्टार से हमला किया था।राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने आज के इस हमले की निंदा की और कहा कि सरकार उग्रवादियों तथा आतंकवादियों का सफाया करने का कार्य जारी रखेगी। इन दोनों नेताओं ने अपने-अलग अलग संदेश में हिंसा की इस तरह की घटना के चलते अपने अभियान नहीं रोकने की बात कही। (भाषा)