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Written By WD
Last Modified: शनिवार, 16 नवंबर 2013 (20:18 IST)

अजय सिंह : वर्चस्व रहेगा कायम

-अशोक पंवार

अजय सिंह : वर्चस्व रहेगा कायम -
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अजय सिंह का जन्म 23 सितंबर 1955 को सिंह लग्न वृश्चिक राशि में इलाहबाद में हुआ।

अजय सिंह के जन्म के समय भाग्य का स्वामी मंगल सिंह राशि का लग्न में बैठकर प्रभावशील है। लग्न का स्वामी सूर्य भी प्रभावी होकर द्वितीय यानी वाणी भाव में है। बुध की राशि कन्या में नीच भंग शुक्र के साथ है। इसी वजह से अजय विवादों से दूर हैं।

अजय सिंह की पत्रिका में उच्च का गुरु द्वादश भाव में है। अत: अजय जब भी बोलते हैं, तार्किकता से बोलते हैं। गुरु की पंचम दृष्टि चतुर्थ भाव पर पड़ने से अजय केन्द्र में ना रहकर मध्यप्रदेश में ही रहे एवं पूर्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे।

वर्तमान में अजय सिंह चुरहट से चुनावी मैदान में है, जीत की यहां पक्की गारंटी है। वर्तमान में मंगल चुनाव तक सिंह का ही रहेगा और अजय सिंह के जन्म के समय भी सिंह का है। जब किसी का भाग्य बलवान हो तो उसको कोई भी मात नहीं दे सकता।

अजय सिंह के जन्म के समय शनि उच्च का होकर पराक्रम में है, यह योग पराक्रम को बढ़ाता है एवं शत्रुओं का नाश करता है। लेकिन मंगल की नीच दृष्टि भाग्य पर पड़ने से भाग्य में तेजी नहीं रहती।

मंगल भाग्य का स्वामी होकर लग्न में है इसीलिए भाग्यशाली राजयोग बन रहे हैं।

आगे भी इसी तरह राजनीति में अपना वर्चस्व बनाए रखेंगे। मंगल की चतुर्थ दृष्टि स्थानीय राजनीति में प्रभावी बनाए रखेगी।