गुप्त नवरात्रि तुरंत फलदायक पर्व है। कोई व्यक्ति यदि महाविद्याओं के मंत्रों को अपने शुभ गुप्त उद्देश्यों या इच्छाओं की प्राप्ति के लिए सच्चे मन से जप करता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती है। ज्ञात हो कि गुप्त नवरात्रि का आरंभ 22 जून से हो गया है।
गुप्त नवरात्रि का खास उपाय-
गुप्त नवरात्रि का जाना माना उपाय यह है कि मां दुर्गा और महाविद्याओं का स्मरण करते हुए एक स्वच्छ, नया, सुंदर सजा हुआ मिट्टी का घड़ा लें। उसमें सप्त धान के थोड़े से दाने, 1 रुपए का या चांदी का सिक्का डालें। फिर गंगा जल मिश्रित पानी उसमें भरें। कलश के भीतर एक-एक सुपारी, पूजा बादाम और हल्दी की गांठ भी डालें। अब इस पानी पर बहुत कम कुमकुम, अबीर और चावल छिड़कें। अब इसें दीये से ढंक दें। दीये पर छोटा पूजा नारियल रखें। नारियल पर नाड़ा बांधें। इस कलश की विधिवत पंचोपचार पूजा करें।
मनोकामना पूरी करेगा कलश
कलश के सामने हाथ जोड़ कर, आंखें बंद कर प्रतिदिन की महाविद्या का स्मरण करें और अपनी गुप्त मनोकामना मन ही मन देवी से व्यक्त करें। जब पूजन से उठें तो आसन को प्रणाम कर आसन साथ में उठाएं। ऐसा नौ दिन की गुप्त नवरात्रि में प्रतिदिन करें। नौवें दिन कलश का जल अपने ऊपर और पूरे घर में छिड़कें। बचा हुआ जल तुलसी, पीपल या किसी भी पवित्र पौधे में अर्पित करें। अगर संभव हो तो यह जल, नदी या स्वच्छ सरोवर में भी बहा सकते हैं। कलश की पूजा सामग्री में से सिक्का अपने पास रख लें, शेष सभी विसर्जित कर दें।
कलश उठाने से पहले अंतिम दिन 108 बार अपनी कामना बोलें। यह गुप्त नवरात्रि का सटीक उपाय है।
आइए जानते हैं इसके अतिरिक्त और क्या किया जा सकता हैं गुप्त नवरात्रि के 9 दिनों में
1. सब नार करहि परस्पर प्रीति चलहि स्वधर्म नीरत श्रुति नीति। - 9 दिन इस मंत्र का जप करें। इससे पति-पत्नी के बीच का तनाव कम होता है। घी की 108 आहुति दें। बाद में जब भी आवश्यकता हो 21 बार इस मंत्र का जप करना चाहिए।
2. यदि आप बच्चे की बुरी नजर से रक्षा करना चाहते हैं, तो गुप्त नवरात्रि में हनुमान चालीसा का निरंतर जप करना चाहिए और बच्चे के बाएं पैर पर बजरंग बली को चढ़ाया काजल और माथे पर हनुमान जी का सिंदूर लगाना चाहिए।
3. यदि आप बेरोजगार हैं और रोजगार की तलाश कर रहे है तो गुप्त नवरात्रि में भैरव बाबा मंदिर में प्रार्थना करनी चाहिए। नौकरी प्राप्ति में निश्चित रूप से यह उपाय सहायता करेगा।
4. हर तरह के सुख, समृद्धि, सफलता, खुशी, आनंद और प्रेम के लिए अपने मंदिर में शिव-पार्वती की एक मूर्ति स्थापित करें और इस मंत्र का 5 बार जाप करें। ॐ शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विध्वंसनाय, पुरुषार्थ चतुष्ठाय लभाय च पति मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।
5. हमेशा स्वस्थ रहने के लिए, 108 बार निम्नलिखित मंत्र का जप करें। यह मंत्र आपकी अनेक बीमारियों को दूर कर स्वस्थ होने में सहायता करता है। मंत्र है - ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा श्यामा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।
6. आर्थिक लाभ के लिए, गुप्त नवरात्रि के 9 दिनों तक पीपल पेड़ के पत्ते पर राम का नाम लिखें और उन्हें हनुमान मंदिर में अर्पित करें, इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।