Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
गुरुवार, 22 नवंबर 2007 (15:49 IST)
सातवाँ अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव
सातवें अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन अगले साल 1 से 7 मार्च तक देहरादून जिले में ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन और स्वर्गाश्रम में किया जाएगा।
उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री प्रकाश पंत ने को बताया कि आठ दिन तक चलने वाले इस अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में देश-विदेश के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त योगाचार्य सहित करीबन 2000 प्रतिनिधि भाग लेंगे, जो इस अवधि के दौरान विभिन्न योग पद्धतियों का एक मंच पर प्रस्तुतीकरण, व्याख्यान और विचार-विमर्श करेंगे।
पंत ने कहा कि इस योग महोत्सव में महत्वपूर्ण योग विषयों जैसे शिक्षा में योग, दैनिक जीवन में योग, स्वास्थ्य सेवाओं में योग, अध्यात्मवाद में योग, राष्ट्रवाद में योग, आयुर्वेद और पंचकर्म में योग जैसे विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा योग के संबंध में फैली हुई भ्रांतियों के बारे में भी बातचीत होगी।
एक प्रश्न के उत्तर में पंत ने कहा कि इस योग महोत्सव का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग को प्रचारित करना है। इसके साथ साथ उत्तराखण्ड आने वाले घरेलू और विदेशी पर्यटकों को अधिक से अधिक योग के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना है।
उन्होंने कहा कि उनके राज्य में विशेष रूप से ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन और स्वर्गाश्रम में योग काफी सालों से सिखाया जा रहा है और हर साल बडी संख्या में विदेशी पर्यटक यहां के आश्रमों में योग सीखने के लिए आते हैं तथा इन आश्रमों के स्वामी और योगाचार्य हर साल योग सिखाने के लिए विदेश जाते है। उसी का परिणाम है कि आज विदेशों में योग का इतना महत्व दिया जाने लगा है।
एक प्रश्न के उत्तर में पंत ने बताया कि आज देश में घर-घर में योग पहुँचाने और उसे लोकप्रिय बनाने में विख्यात योगाचार्य स्वामी रामदेव का बहुत बड़ा योगदान है। स्वामी रामदेव ने लोगों को बहुत ही सरल भाषा में योग के बारे में इस प्रकार से जानकारी दी कि उसे हर वर्ग के लोगों को समझने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि इससे लोगों में योग के प्रति विश्वास बढा है। आज योग भारत में ही नहीं दुनिया के अनेक देशों में लोकप्रिय हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की सभी प्रकार की तैयारियां जोर शोर से चल रही है।
इसमें भाग लेने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इस बात का हर संभव प्रयास किया जा रहा है और हमें इस बात की पूरी उम्मीद है कि हम अपने प्रयासों में अवश्य सफल होंगे।
पंत ने कहा कि महोत्सव में उत्तराखण्ड की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएँगे। इस महोत्सव का आयोजन उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग परमार्थ निकेतन और हरिद्वार स्थित पंतजलि योग पीठ संयुक्त रूप से कर रहा है।