आरके सिंह पर BJP का बड़ा एक्शन, 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित
भाजपा से निलंबित पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आरा के पूर्व सांसद राज कुमार सिंह ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सिंह ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजा गया पत्र सार्वजनिक करते हुए पार्टी नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए। भाजपा की ओर से शनिवार को निलंबन किए जाने के कुछ घंटों बाद सिंह ने यह इस्तीफा दिया है।
उन्होंने पत्र में दावा किया कि उन्हें निलंबन नोटिस की जानकारी केवल अग्रसारित संदेशों के माध्यम से मिली। उन्होंने कहा कि नोटिस में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उनकी कौन-सी गतिविधि पार्टी विरोधी मानी गई। उनके अनुसार बिना किसी आरोप का उल्लेख किए जवाब मांगना न्यायोचित नहीं है।
पूर्व मंत्री ने संकेत दिया कि संभवतः भाजपा को आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों को टिकट न देने की उनकी टिप्पणी को ही विवाद का आधार बनाया गया। उन्होंने कहा कि उनका यह रुख पार्टी विरोधी नहीं, बल्कि राजनीति में बढ़ते अपराधीकरण और भ्रष्टाचार के खिलाफ था। सिंह के मुताबिक यह टिप्पणी राष्ट्रहित और जनहित में थी, लेकिन पार्टी के कुछ लोग इससे असहज हो गए।
उन्होंने बताया कि वह अपना विस्तृत जवाब बिहार प्रदेश प्रभारी को पहले ही भेज चुके हैं, लेकिन भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर उन्होंने अपना निर्णय अंतिम कर दिया है। पार्टी की जीत के बीच सिंह के इस्तीफे को भीतरखाने असंतोष का संकेत माना जा रहा है।
बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ लगातार तीखी टिप्पणियों को लेकर सुर्खियों में रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री राज कुमार सिंह को भाजपा ने शनिवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया। पार्टी के अनुसार, सिंह को प्रदेश भाजपा मुख्यालय की ओर से निलंबन आदेश जारी किया गया और उनसे यह बताने को कहा गया कि उन्हें पार्टी से निष्कासित क्यों न किया जाए।
सिंह के साथ ही पार्टी ने विधान परिषद सदस्य अशोक कुमार अग्रवाल और उनकी पत्नी एवं कटिहार की महापौर उषा अग्रवाल को भी निलंबित किया। अग्रवाल दंपति पर अपने बेटे सौरभ के पक्ष में प्रचार करने का आरोप था, जो विकासशील इंसान पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर कटिहार विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थे और उनका मुकाबला भाजपा के मौजूदा विधायक एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से था।
नौकरशाही से राजनीति में आए और 2014 में सेवानिवृत्त होने के कुछ ही महीनों बाद भाजपा में शामिल हुए सिंह बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जैसे नेताओं पर आपराधिक मामलों में कथित संलिप्तता को लेकर आलोचना करते रहे हैं।
आरा संसदीय सीट से लगातार दो जीत दर्ज करने के बाद 2024 लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले सिंह राज्य सरकार द्वारा भागलपुर में अदाणी समूह के साथ बिजली संयंत्र प्लांट स्थापित करने के लिए हुए समझौते के भी आलोचक रहे हैं। Edited by : Sudhir Sharma