नई दिल्ली। कांग्रेस ने साल 2016 में सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया और दावा किया कि मोदी-शाह का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ महागठबंधन है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री जवानों की वीरता का श्रेय लेते हैं, लेकिन जब उनके हितों की बात आती है तो वे उनके साथ विश्वासघात करते हैं।
कई पूर्व सैनिकों की मौजूदगी वाले संवाददाता सम्मेलन में सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 30 मार्च 2016 को कोलकाता में सार्वजनिक रूप से यह बयान देकर कि पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच में पाकिस्तान ने गंभीरता से प्रयास किए हैं, पाकिस्तान की आईएसआई की सराहना क्यों की? क्या इसके बाद 5 अप्रैल 2016 को आईएसआई ने यह दावा नहीं किया कि पठानकोट में भारत ने अपने सैनिक खुद मारे हैं?
उन्होंने सवाल किया कि क्या पूर्व आईएसआई प्रमुख ले. जनरल असद दुर्रानी ने यह नहीं कहा कि आईएसआई नरेन्द्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाए रखना चाहती है? क्या इससे यह साबित नहीं होता कि पाकिस्तानी आईएसआई और मोदी-शाह की जोड़ी के बीच महागठबंधन है?
सुरजेवाला ने भारतीय सैनिकों की गौरवगाथा का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस की ओर से हम हमारे सैनिकों के शौर्य और बहादुरी को सलाम करते हैं। 1947, 1962, 1965, 1971 और 1999 के युद्ध में हमारे सैनिकों ने अपनी वीरता से देश का सिर गर्व से ऊंचा किया। पूरा देश उनके बलिदान का ऋणी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री देशहित व राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। भाजपा सैनिकों की कुर्बानी के नाम पर वोट बटोरती है, लेकिन जब जवानों के हितों की बात आती है तो प्रधानमंत्री मोदी उनके साथ विश्वासघात करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत के वीर सैनिकों ने पिछले कुछ वर्षों में कई बार सर्जिकल स्ट्राइक की और पाकिस्तान के दांत खट्टे किए।
उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने 21 जनवरी 2000 (नडाला एंक्लेव, नीलम नदी के पार), 18 सितंबर 2003 (बरोह सेकटर, पुंछ), 19 जून 2008 (भट्टल सेक्टर, पुंछ, 30 अगस्त-1 सितंबर, 2011 (शारदा सेक्टर, नीलम नदी घाटी), 6 जनवरी 2013 (सावन पत चेकपोस्ट), 27-28 जुलाई 2013 (नाजापीर सेक्टर), 6 अगस्त 2013 (नीलम घाटी), 14 जनवरी 2014 (23 दिसंबर, 2013) को सर्जिकल स्ट्राइक की।
सुरजेवाला ने कहा कि 28-29 सितंबर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आतंक के ढांचे को ध्वस्त करने के लिए हमारे सैनिकों की प्रशंसा की थी और साहस बढ़ाया था जबकि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमारे जवानों के शौर्य पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम करते हैं।