राहुल गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर टेका माथा, कांग्रेस नेता ने बताया जासूस
नई दिल्ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री की समाधियों के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता रहे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर सोमवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। दूसरी तरफ कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने अटल जी को अंग्रेजों का जासूस बताया है, इसके बाद विवाद शुरू हो गया है। भाजपा ने कांग्रेस को माफी मांगने के लिए कहा।
गांधी ने सबसे पहले अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि 'वीर भूमि' पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने इंदिरा गांधी की समाधि 'शक्ति स्थल', नेहरू की समाधि 'शांति वन', लाल बहादुर की समाधि 'विजय घाट', महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और वाजपेयी की समाधि 'सदैव अटल' जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
गांधी परिवार का कोई सदस्य या कांग्रेस का कोई शीर्ष नेता पहली बार वाजपेयी की समाधि पर पहुंचा है। वाजपेयी की 25 दिसंबर को जयंती थी। कांग्रेस के अनुसार, पहले राहुल गांधी का शनिवार शाम ही इन नेताओं की समाधियों पर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन शनिवार शाम पदयात्रा के पूरा होने में समय लग जाने के कारण इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया।
'भारत जोड़ो यात्रा में करीब 3,000 किलोमीटर की दूरी तय करके दिल्ली पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने इन प्रमुख नेताओं की समाधियों पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। पदयात्रा करते हुए राहुल और कई अन्य 'भारत यात्री' शनिवार को दिल्ली में दाखिल हुए थे।
कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यह यात्रा अब तक नौ राज्यों-तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान,हरियाणा और दिल्ली से गुजर चुकी है। यात्रा लगभग आठ दिनों के विराम के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अंत में जम्मू कश्मीर की ओर बढ़ेगी।
edited by navinrangiyal/ (भाषा)