संसद में नहीं थमा विपक्ष का हंगामा, राहुल बोले- मंत्री टेनी को क्यों नहीं हटाया जा रहा..
नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में विशेष जांच दल (SIT) द्वारा अदालत में दिई आवेदन की पृष्ठभूमि में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 45 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार हमें मुद्दे नहीं उठाने दे रही। हम लखीमपुर मामले में चर्चा चाहते हैं लेकिन सरकार सदन नहीं चलने दे रही। उन्होंने सवाल किया कि मंत्री टेनी को क्यों नहीं हटाया जा रहा है।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तीन पूर्व दिवंगत सदस्यों चंद्रपाल शैलानी, के. रोसैया और राम नगीना मिश्र के निधन की सूचना दी और उनके संसदीय एवं राजनीतिक जीवन का संक्षिप्त उल्लेख किया। फिर सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर इन दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, उसके साथ ही कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं।
अध्यक्ष ओम बिरला ने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया। कौशल विकास एवं उद्यमिता, संस्कृति, श्रम एवं रोजगार और शिक्षा मंत्रालयों से संबंधित प्रश्न पूछे गए संबंधित मंत्रियों ने इनके उत्तर भी दिए। बिरला ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल में महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। अगर आप अपने स्थान पर जाएंगे तो इन मुद्दों का समाधान होगा। सदन में अच्छी परंपरा बनाएं। आपको जनता ने अपने उनकी समस्याएं और मुद्दों को उठाने के लिए भेजा है। सदन में गरिमामयी व्यवहार होने चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सदन के नेताओं से कहना चाहते हैं कि सदन में शालीनता और गरिमा को बनाए रखा जाए।
सदन में हंगामा जारी रहने पर उन्होंने दिन में 11 बजकर करीब 45 मिनट पर कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा के मामले पर ही गत सप्ताह बुधवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी विपक्षी सदस्यों ने सदन में हंगामा किया था जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी।