नोटबंदी के कारण हो रही है लिंचिंग : राहुल गांधी
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि भारत में भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटनाएं बेरोजगारी और सत्तारुढ़ भाजपा द्वारा नोटबंदी एवं जीएसटी को खराब तरीके से लागू किए जाने से छोटे कारोबारों के चौपट हो जाने की वजह से उपजे गुस्से के कारण हो रही है।
जर्मनी के हैम्बर्ग में अपने संबोधन में गांधी ने आईएसआईएस के बनने का जिक्र करते हुए आगाह किया कि अगर विकास की प्रक्रिया से लोगों को बाहर रखा गया तो इसी तरह के हालात देश में पैदा हो सकते हैं। राहुल ने कहा कि लोगों को बाहर रखना 21वीं सदी में बेहद खतरनाक है।
अगर 21वीं सदी में आप लोगों को नजरिया नहीं देते हैं तो कोई और देगा। उन्होंने भाजपानीत केंद्र सरकार पर विकास प्रक्रिया से आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों को बाहर रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी विकास प्रक्रिया से बड़ी संख्या में लोगों को बाहर रखने का वही असली खतरा है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में जो बदलाव हो रहे हैं उसके लिए लोगों को कुछ निश्चित सुरक्षा की आवश्यकता है। उन्होंने भारत की मौजूदा सरकार पर उनसे ये सुरक्षा छीनने और नोटबंदी और जीएसटी के जरिए अनौपचारिक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने का आरोप लगाया जिससे लोगों में गुस्सा पैदा हो रहा है और भीड़ हत्या की घटनाएं हो रही हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार महसूस करती है कि आदिवासी, गरीब किसानों, निचली जाति के लोगों और अल्पंसख्यकों को अमीरों के समान लाभ नहीं मिलना चाहिए। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कुछ वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था का विमुद्रीकरण किया और सभी छोटे और मझोले कारोबार के लिए नकदी के प्रवाह को तबाह कर दिया जिससे लाखों लोग बेरोजगार हो गए।
गांधी ने कहा कि उन्होंने खराब अवधारणा वाली जीएसटी थोप दी, जिसने जीवन को और जटिल बना दिया। उन्होंने कहा कि छोटे कारोबार में काम करने वाले बड़ी संख्या में लोग गांव लौटने पर मजबूर हुए और ये तीन काम जो सरकार ने किए हैं, उसने भारत में आक्रोश पैदा किया है। गांधी ने कहा कि और आपको वही समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलता है। जब आप भीड़ के लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने की बात सुनते हैं, जब आप भारत में दलितों पर हमले के बारे में सुनते हैं और जब आप भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले के बारे में सुनते हैं तो उसकी वजह यही है।