राष्ट्रपति चुनाव : कांग्रेस का नया दांव, स्वामीनाथन को बना सकती है उम्मीदवार
राष्ट्रपति पद के लिए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा के साथ ही राजनीति भी तेज हो गई है। एक ओर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार कोविंद को समर्थन नहीं देने के साथ ही कांग्रेस ने भाजपा को घेरने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे समेत हरित क्रांति के जनक कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन के नाम को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया।
स्वामीनाथन के बहाने कांग्रेस एनडीए में दरार डालना चाह रही है। उल्लेखनीय है कि एनडीए में सहयोगी शिवसेना ने रामनाथ का समर्थन नहीं किया है साथ ही इस भगवा पार्टी ने देश के सर्वोच्च पद के लिए स्वामीनाथन का नाम आगे बढ़ाया था। अत: कांग्रेस इसी बात का फायदा उठाकर स्वामीनाथन के नाम का ऐलान कर सकती है। इससे उसे शिवसेना का साथ भी मिल सकता है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति पद के लिए प्रतिभा पाटिल की उम्मीदवारी के समय भी शिवसेना ने एनडीए के उम्मीदवार भैरोंसिंह शेखावत के खिलाफ जाकर पाटिल का समर्थन किया था। अत: इस बार भी कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि यदि कांग्रेस स्वामीनाथन को उम्मीदवार बना दे तो शिवसेना एनडीए खिलाफ जाकर उन्हें वोट करे।
रामनाथ की राह मुश्किल नहीं : हालांकि रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति भवन में जाना तय माना जा रहा है क्योंकि टीआरएस, एआईएडीएमके, वाईएसआर कांग्रेस ने एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने का की घोषणा की है। ऐसी स्थिति में एनडीए के पक्ष में लगभग 57.85% वोट हो जाते हैं। बीजू जनता दल भी रामनाथ के समर्थन में आ सकता है, जबकि उत्तर प्रदेश का होने के नाते बसपा और सपा शायद की रामनाथ का विरोध करें क्योंकि यदि वे ऐसा करते हैं तो जातीय राजनीति के लिए मशहूर यूपी में उन्हें राजनीतिक नुकसान हो सकता है। चूंकि कोविंद बिहार के राज्यपाल हैं और नीतीश ने उनकी उम्मीदवारी का स्वागत किया है, ऐसे में पूरी उम्मीद है कि नीतीश का भी समर्थन उन्हें मिल जाएगा।