पश्चिम बंगाल में भी लागू होगा NRC, एक भी हिन्दू को नहीं छोड़ना पड़ेगा देश : कैलाश विजयवर्गीय
कोलकाता। जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) नहीं कराया जाएगा, वहीं दूसरी तरफ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) को पश्चिम बंगाल में शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा और एक भी हिन्दू को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा।
बंगाल में भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) का नाम लिए बिना कहा कि कुछ राजनीतिक दल और नेता एनआरसी पर भ्रम फैला कर आम लोगों के बीच डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
हिन्दुओं को डरने की आवश्यकता नहीं : विजयवर्गीय ने एक कार्यक्रम में कहा कि बंगाल में NRC लागू होने को लेकर 100 प्रतिशत आश्वस्त रहें, लेकिन हिंदुओं को डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हम बहुत जल्द संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पेश करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एनआरसी को लागू किया जाएगा, लेकिन किसी भी हिन्दू को देश नहीं छोड़ना होगा। प्रत्येक हिन्दू को नागरिकता दी जाएगी।
विजयवर्गीय ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश का कोई नतीजा नहीं निकलेगा। उन्होंने टीएमसी की ओर इशारा करते हुए कहा, कुछ लोग हैं जो असत्य फैलाने और लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत कोई धर्मशाला नहीं : विजयवर्गीय ने कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान (मुस्लिम) के बहुसंख्यक समुदाय के लोग घुसपैठ करें, आतंक फैलाएं और हमारे नागरिकों की आजीविका छीन लें। उन्होंने कहा कि उन देशों में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं और अपने जीवन को बचाने के लिए भारत आ रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें तब तक चिंता करने की जरूरत नहीं है जब तक नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री और अमित शाह गृहमंत्री हैं।
लगी लोगों की कतारें : राज्य में एनआरसी लागू होने की अटकलों के बीच सैकड़ों लोग जन्म प्रमाण-पत्र और जरूरी दस्तावेज लेने यहां और पश्चिम बंगाल के तमाम अन्य हिस्सों में सरकारी एवं नगर निगम कार्यालयों के बाहर कतार में खड़े देखे जा रहे हैं। टीएमसी सरकार की ओर से इसे लागू नहीं करने के आश्वासन के बावजूद लोग भाग-दौड़ कर रहे हैं।
लोगों की मौत की खबर: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के डेबरा में एक प्रशासनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि यह निराशाजनक है कि राज्य में NRC कराए जाने के डर से लोगों ने आत्महत्या की है।
बनर्जी ने कहा था कि बंगाल में NRC की कवायद नहीं होगी। सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को दावा किया था कि राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (NRC) के डर से अभी तक 4 लोग आत्महत्या कर चुके हैं जबकि आवश्यक दस्तावेज हासिल करने के लिए कतारों में प्रतीक्षा करते हुए 4 लोगों की मौत हो चुकी है।
असम में 31 अगस्त को प्रकाशित हुई एनआरसी की अंतिम सूची से बाहर रखे गए 19 लाख से ज्यादा लोगों में करीब 12 लाख हिंदू हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह नागरिक पंजी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर रखे सम्मेलन को संबोधित करने के लिए 1 अक्टूबर को शहर का दौरा करेंगे।