आखिर कैसे फैलता है धीमी गति से चलने वाला निपाह वायरस?
कोरोना के बाद अब निपाह वायरस का खतरा सामने आया है। केरल में मावूर इलाके में 12 साल के बच्चे की निपाह वायरस से हुई मौत के बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
लेकिन क्या आपको पता है निपाह वायरस कैसे फैलता है। और कैसे यह इतना खतरनाक हो जाता है कि मरीज की मौत हो जाती है।
दरअसल, निपाह वायरस चमगादड़ों की लार से फैलता है। ऐसे में अगर चमगादड़ ने किसी फल को खाया हो या जूठा किया हो और कोई व्यक्ति उसे खाता है तो उसे निपाह वायरस का खतरा हो सकता है। ऐसा नहीं कि यह वायरस केवल चमगादड़ों से ही फैलता हो इसके अलावा यह वायरस एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है। हालांकि पूरी तरह से इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की माने तो निपाह वायरस धीरे-धीरे फैलता है। अगर इस निपाह की तुलना कोरोना से करें तो उसके मुकाबले इस वायरस की चाल काफी धीरे है। हालांकि, इसके संक्रमण के कारण होने वाली मौतें चिंताजनक है।
एक रिसर्च के मुताबिक साल 1999 में मलेशिया में निपाह वायरस से कुल 265 लोग संक्रमित हुए थे इनमें से 105 मरीजों की मौत हो गई थी।
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिले में पहली बार जब निपाह वायरस का संक्रमण फैला था तो उस वक्त 66 संक्रमितों में से 45 लोगों की जान चली गई थी। मतलब उस वक्त मृत्यु दर करीब 68 फीसदी रही थी। वहीं इसके बाद साल 2007 में नदिया जिले में वायरस फैला था जिसमें सभी पांच संक्रमित लोगों की मौत हो गई थी।