मंगलवार, 26 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Narendra Modi Sardar Vallabh Bhai Patel Jayanti
Written By
Last Modified: रविवार, 28 अक्टूबर 2018 (12:19 IST)

मन की बात में बोले मोदी, सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति दुनिया में बढ़ाएगी भारत का मान

मन की बात में बोले मोदी, सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति दुनिया में बढ़ाएगी भारत का मान - Narendra Modi Sardar Vallabh Bhai Patel Jayanti
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित 'एकता के लिए दौड़' में देशवासियों से बड़ी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया और कहा कि 31 अक्टूबर को उनकी प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा और यह दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होगी, जो विश्व में देश का मान बढ़ाएगी।
 
मोदी ने रविवार को आकाशवाणी से प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' के 49वें संस्करण में कहा कि इस साल भी सरदार पटेल की जयंती पर 31 अक्टूबर को 'एकता के लिए दौड' कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। देश की एकता और अखंडता के प्रतीक सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित इस दौड़ में देशवासियों को बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार पटेल को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि इस बार सरदार पटेल की जयंती विशेष होगी, क्योंकि उस दिन गुजरात में नर्मदा नदी के तट पर स्थापित उनकी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। यह प्रतिमा अमेरिका के स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से दो गुनी ऊंची है। 
 
उन्होंने कहा कि 'यह विश्व की सबसे ऊंची गगनचुम्बी प्रतिमा है। हर भारतीय इस बात पर अब गर्व कर पाएगा कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा भारत की धरती पर है। यह उन सरदार पटेल की मूर्ति है जो जमीन से जुड़े थे और अब आसमान की भी शोभा बढ़ाएंगे। मुझे आशा है कि देश का हर नागरिक 'मां-भारती' की इस महान उपलब्धि को लेकर विश्व के सामने गर्व के साथ सीना तानकर, सर ऊंचा करके इसका गौरवगान करेगा। मुझे विश्वास है हिन्दुस्तान के हर कोने से लोग, अब इसे भी अपने एक बहुत ही प्रिय गंतव्य स्थल के रूप में पसंद करेंगे।
मोदी ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था, उस समय हमारे सामने एक ऐसे भारत का नक्शा था जो कई भागों में बंटा हुआ था। तब 550 से ज्यादा देशी रियासतें थीं। भारत को लेकर अंग्रेजों की रुचि खत्म हो चुकी थी, लेकिन वे इस देश को छिन्न-भिन्न करके छोड़ना चाहते थे।
 
राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार पटेल को उसी समय गांधीजी ने बहुत बड़ी जिम्मेदारी देते हुए कहा था कि राज्यों की समस्याएं विकट हैं और केवल आप ही इनका हल निकाल सकते हैं। सरदार पटेल ने सभी रियासतों का भारत में विलय कराया और देश को एकता के सूत्र में पिरोने के असंभव कार्य को पूरा कर दिखाया।